आप जो चाहें, बना लें! FT. जयराम शुक्ल

Author: जयराम शुक्ल | शरद जोशी ने कोई चालीस वर्ष पहले "हम भ्रष्टन के भ्रष्ट हमारे" व्यंग्य निबंध रचा था। तब यह व्यंग्य था, लोगों को गुदगुदाने वाला। भ्रष्टाचारियों के... Read More

पौराणिक कहानी | जब भगवान शिव को ही भस्म करने चला भस्मासुर

Story Of Bhasmasura In Hindi: भस्मासुर एक राक्षस था, जो अपनी शक्ति और अमरता प्राप्त करने की इच्छा रखता था। उसने भगवान शिव को प्रसन्न करने के लिए कठोर तपस्या... Read More

Left Wing और Right Wing क्या होता है? दोनों की विचारधारा में क्या फर्क है?

What Is Left Wing In Hindi/ What Is Right Wing In Hindi/ लेफ्ट विंग क्या है/ राइट विंग क्या है: आपने हमेशा राजनीतिक पार्टियों के नेताओं, पत्रकारों, सामाजिक कार्यकर्ताओं और... Read More

क्या आप अपनी आजीविका से खुश हैं ?

न्याज़ियामंथन। जी हां आपका वो काम जिससे आपका जीवन यापन होता है रोज़ी , रोटी ,कमाने का ज़रिया! अगर नहीं हैं तो अपनी आजीविका तलाशने से पहले ,खुद को समझने... Read More

करत-करत अभ्यास के जड़मति होत सुजान। रसरी आवत-जात ते सिल पर परत निशान

न्याज़िया मंथन। अगर दिल में किसी काम को करने की लगन है फिर भी हम असफल हो जाते हैं तो हम हताश हो जाते हैं लगता है ये काम हमसे... Read More

पौराणिक कथा- आखिर स्वर्णनगरी लंका कैसे बन गई श्रापित नगरी

Pauranik Katha Hindi mein: लंका के श्रापित होने की कथा के अनुसार, पार्वती ने लंका को श्राप दिया था कि एक दिन यह नगरी जलकर राख हो जाएगी। यह श्राप... Read More

कौन थी अहिल्याबाई होलकर जिन्होने इंदौर में किया था शासन, आखिर सरकार क्यों कर रही कैबिनेट बैठक

इंदौर। राजमाता अहिल्याबाई होलकर, मालवा साम्राज्य की होलकर रानी थीं। उन्हें भारत की सबसे दूरदर्शी महिला शासकों में से एक माना जाता है। 18वीं शताब्दी में, मालवा की महारानी के... Read More

“नेमाइन के गोह दिखिन, कहिन मऊसी पलागो” जानिए इस बघेली कहावत से जुड़ी दिलचस्प कहानी Video

विंध्य क्षेत्र अउर बघेली भाषा मा चलय वाले उक्खान और कहनूत केर कहानी केवल मनोरंजन भर के खातिर नहीं रहय, ऐखे पीछे बहुत गूढ़ संदेसउ छुपा रहत हय। इया बात... Read More

क्या ज़िंदगी से मायूस हो जाना सही है

न्याज़ियामंथन। जब किसी मुश्किल का हल न समझ आए, ग़मों की अंधेरी रात ढलने का नाम ही न ले तो क्या ज़िंदगी से मायूस हो जाना, रुक जाना सही है,... Read More

क्या जो भी हमारे साथ ग़लत करे उससे नाराज़ होना या समझाना ज़रूरी

न्याज़िया मंथन। क्या जो भी हमारे साथ ग़लत करे उससे नाराज़ होना या समझाना ज़रूरी है कि उसने कुछ ग़लत किया है जबकि उसे अपनी ग़लती का ख़ुद से एहसास... Read More

अच्छा होगा कि हम बर्दाश्त करना सीखे, धैर्य से काम लें

न्याज़ियामंथन। आपको क्या लगता है क्या ज़्यादा मुश्किल है ? किसी की बात का पलट के जबाब देना या सुन लेना, बर्दाश्त कर लेना और सब भूलकर सामान्य हो जाना,... Read More