Site icon SHABD SANCHI

मानसून सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक, विपक्ष उठाएगा पाहलगाम का मुद्दा

केंद्र सरकार ने संसद के मानसून सत्र (Monsoon Session) से एक दिन पहले, 20 जुलाई 2025 को, नई दिल्ली में सर्वदलीय बैठक (All-Party Meeting) आयोजित की। इस बैठक का मकसद 21 जुलाई से शुरू होने वाले सत्र को सुचारू रूप से चलाने के लिए सभी राजनीतिक दलों का सहयोग सुनिश्चित करना था। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू (Kiren Rijiju) और उनके सहयोगी मंत्री अर्जुन राम मेघवाल (Arjun Ram Meghwal) ने सरकार का प्रतिनिधित्व किया। बैठक में विभिन्न दलों के प्रमुख नेता शामिल हुए, जिनमें कांग्रेस के गौरव गोगोई (Gaurav Gogoi) और जयराम रमेश (Jairam Ramesh), एनसीपी-शरद पवार की सुप्रिया सुले (Supriya Sule), डीएमके के टी.आर. बालू (T.R. Baalu), और केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले (Ramdas Athawale) शामिल थे।विपक्ष के प्रमुख मुद्दे
विपक्षी दल, विशेष रूप से इंडिया ब्लॉक (INDIA Bloc), इस सत्र में कई महत्वपूर्ण मुद्दों को उठाने की तैयारी में हैं। इनमें शामिल हैं:


केंद्र सरकार इस सत्र में कई महत्वपूर्ण विधेयकों (Bills) को पेश करने की तैयारी में है। इनमें शामिल हैं:


सर्वदलीय बैठक में सरकार ने सभी दलों से सत्र के दौरान सहयोग की अपील की। किरेन रिजिजू ने कहा, “हम सभी मुद्दों पर खुली चर्चा (Open Discussion) के लिए तैयार हैं, लेकिन संसद का कामकाज बिना रुकावट चलना चाहिए।” विपक्ष ने भी संकेत दिया है कि वह रचनात्मक सहयोग (Constructive Cooperation) देगा, बशर्ते सरकार उनके मुद्दों पर गंभीरता से विचार करे।

Exit mobile version