पहलगाम आतंकी हमले (Pahalgam Terror Attack) के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए 2 मई 2025 को सभी प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष आयात (Direct and Indirect Imports) पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी। यह फैसला राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक नीति (National Security and Public Policy) के हित में लिया गया है। वाणिज्य मंत्रालय (Commerce Ministry) ने विदेश व्यापार नीति 2023 (Foreign Trade Policy 2023) में एक नया प्रावधान जोड़ा, जिसके तहत पाकिस्तान से उत्पन्न होने वाली या वहां से निर्यात की जाने वाली सभी वस्तुओं का आयात और पारगमन (Transit) प्रतिबंधित है। इस लेख में हम जानेंगे कि पाकिस्तान भारत को क्या-क्या निर्यात करता था, कितना करता था, और अब इन वस्तुओं की आपूर्ति के लिए भारत के पास क्या विकल्प हैं।
पाकिस्तान भारत को क्या निर्यात करता था?
What Pakistan Exports to India: भारत और पाकिस्तान के बीच व्यापार (Bilateral Trade) 2019 के पुलवामा हमले (Pulwama Attack) के बाद से ही न्यूनतम स्तर पर था, जब भारत ने पाकिस्तानी वस्तुओं पर 200% आयात शुल्क (Import Duty) लगाया और पाकिस्तान का सर्वाधिक तरजीही राष्ट्र (Most Favoured Nation) दर्जा रद्द कर दिया। 2024-25 (अप्रैल-जनवरी) में भारत ने पाकिस्तान से केवल $0.42 मिलियन (लगभग ₹3.5 करोड़) का आयात किया, जो भारत के कुल आयात का 0.0001% से भी कम था। प्रमुख आयातित वस्तुओं में निम्नलिखित शामिल थीं:
- फल और मेवे: $0.08 मिलियन मूल्य के खजूर (Dates), बादाम, और अन्य मेवे, जो मुख्य रूप से पंजाब और राजस्थान के बाजारों में उपयोग होते थे।
- तेल के बीज और औषधीय पौधे: $0.26 मिलियन मूल्य की वस्तुएं, जैसे कुछ खास जड़ी-बूटियां और बीज, जो आयुर्वेदिक और फार्मास्युटिकल उद्योगों (Pharmaceutical Industry) में काम आते थे।
- जैविक रसायन (Organic Chemicals): छोटे पैमाने पर रसायन, जो डाई और दवा उत्पादन (Dye and Drug Production) में उपयोगी थे।
- सीमेंट और निर्माण सामग्री: पहले सीमेंट एक प्रमुख आयात था, लेकिन हाल के वर्षों में यह काफी कम हो गया।
- खेल उपकरण और सर्जिकल टूल्स: सियालकोट से क्रिकेट बैट, ग्लव्स, और सर्जिकल उपकरण (Surgical Instruments) आयात किए जाते थे, जो किफायती और अच्छी गुणवत्ता के थे।
पाकिस्तान का निर्यात कितना था?
Volume of Pakistan’s Exports To India: पाकिस्तान से भारत का आयात पहले के मुकाबले बेहद कम हो चुका था। 2017-18 में पाकिस्तान ने भारत को $488.5 मिलियन मूल्य की वस्तुएं निर्यात की थीं, लेकिन 2024-25 में यह घटकर $0.42 मिलियन रह गया। यह गिरावट भारत की सख्त नीतियों, अटारी-वाघा सीमा (Attari-Wagah Border) पर व्यापार प्रतिबंध, और तीसरे देशों (Third Countries) के माध्यम से होने वाले व्यापार पर निगरानी बढ़ाने का परिणाम थी। फिर भी, कुछ वस्तुएं संयुक्त अरब अमीरात (UAE) और सिंगापुर जैसे ट्रांसशिपमेंट हब (Transshipment Hubs) के जरिए भारत पहुंच रही थीं।
पाकिस्तान से आयात पर रोक का भारत पर प्रभाव
Impact of ban on imports from Pakistan on India: पाकिस्तान से आयात की मात्रा इतनी कम थी कि इस रोक से भारत की अर्थव्यवस्था (Indian Economy) पर कोई बड़ा प्रभाव नहीं पड़ेगा। भारत की विशाल और विविध अर्थव्यवस्था इन वस्तुओं के लिए आसानी से वैकल्पिक स्रोत (Alternative Supply Sources) ढूंढ सकती है। हालांकि, कुछ क्षेत्रों में छोटे पैमाने के व्यापारियों और उद्योगों को नए आपूर्तिकर्ताओं (Suppliers) की तलाश करनी पड़ सकती है।
वैकल्पिक आपूर्ति स्रोत
पाकिस्तान से आयातित वस्तुओं की जगह लेने के लिए भारत के पास कई घरेलू और अंतरराष्ट्रीय विकल्प मौजूद हैं। नीचे प्रमुख वस्तुओं के लिए वैकल्पिक स्रोत दिए गए हैं:
- फल और मेवे
- घरेलू विकल्प: जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, और उत्तराखंड से खजूर, बादाम, और अखरोट की आपूर्ति बढ़ाई जा सकती है।
- अंतरराष्ट्रीय विकल्प: अफगानिस्तान, ईरान, और संयुक्त अरब अमीरात से मेवे आयात किए जा सकते हैं, जो पहले से ही भारत के प्रमुख आपूर्तिकर्ता हैं।
- तेल के बीज और औषधीय पौधे
- घरेलू विकल्प: मध्य प्रदेश, राजस्थान, और उत्तर प्रदेश में औषधीय पौधों और तेल बीजों की खेती को बढ़ावा दिया जा सकता है।
- अंतरराष्ट्रीय विकल्प: श्रीलंका, वियतनाम, और इंडोनेशिया जैसे देश इन वस्तुओं के लिए विश्वसनीय आपूर्तिकर्ता हैं।
- जैविक रसायन
- घरेलू विकल्प: भारत का रासायनिक उद्योग (Chemical Industry) पहले से ही मजबूत है, और गुजरात व महाराष्ट्र जैसे राज्यों में उत्पादन बढ़ाया जा सकता है।
- अंतरराष्ट्रीय विकल्प: चीन, जापान, और जर्मनी जैसे देश रासायनिक आपूर्ति के लिए बड़े स्रोत हैं।
- सीमेंट और निर्माण सामग्री
- घरेलू विकल्प: भारत विश्व का दूसरा सबसे बड़ा सीमेंट उत्पादक (Cement Producer) है, और अल्ट्राटेक, ACC, और अंबुजा जैसे ब्रांड आसानी से मांग पूरी कर सकते हैं।
- अंतरराष्ट्रीय विकल्प: भूटान और बांग्लादेश से सीमेंट आयात एक किफायती विकल्प हो सकता है।
- खेल उपकरण और सर्जिकल टूल्स
- घरेलू विकल्प: जालंधर (पंजाब) और मेरठ (उत्तर प्रदेश) खेल उपकरणों के लिए प्रसिद्ध हब हैं, जहां क्रिकेट बैट और ग्लव्स का उत्पादन बढ़ाया जा सकता है।
- अंतरराष्ट्रीय विकल्प: सर्जिकल उपकरणों के लिए जर्मनी और मलेशिया, और खेल उपकरणों के लिए ऑस्ट्रेलिया और चीन से आयात संभव है।
पाकिस्तान पर क्या होगा असर?
पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था (Pakistan Economy) पहले से ही कमजोर स्थिति में है, और भारत का यह कदम उसके लिए बड़ा झटका हो सकता है। भारत पाकिस्तान को $447.65 मिलियन मूल्य की वस्तुएं निर्यात करता था, जिसमें दवाइयां (Pharmaceuticals), रसायन, और चीनी शामिल थीं। अब व्यापार पूरी तरह बंद होने से पाकिस्तान को इन जरूरी वस्तुओं के लिए वैकल्पिक स्रोत तलाशने होंगे, जो महंगे और समय लेने वाले हो सकते हैं। इसके अलावा, अनौपचारिक व्यापार (Informal Trade) पर भी निगरानी बढ़ने से पाकिस्तान का $10 बिलियन का तीसरे देशों के माध्यम से होने वाला व्यापार प्रभावित होगा।