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वासेपुर से पकड़े गए पती-पत्नी समेत चारों संदिग्ध निकले आतंकी

dhanbad news

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Raid Against Banned Islamic Organization: ATS की पूछताछ में खुलासा हुआ है कि ये सभी आतंकी संगठन हिज्ब-उत-ताहिर, अलकायदा इंडियन सब कॉन्टिनेंट, ISI और अन्य प्रतिबंधित संगठनों के लिए स्लीपर सेल का काम कर रहे थे। अब इस मामले में NIA की एंट्री हो सकती है। धनबाद से गिरफ्तार चारो संदिग्धों की उम्र 30 साल से कम है। पूछताछ के बाद चारों को जेल भेज दिया गया है।

धनबाद के वासेपुर से गिरफ्तार 4 संदिग्धों की जांच से पता चला कि वे आतंकवादी संगठन के सदस्य हैं। झारखंड ATS ने शनिवार को चारों संदिग्धों को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार संदिग्धों में शहजाद, गुलफाम हसन, आयान जावेद और शबनम परवीन थे।

ATS की पूछताछ में खुलासा हुआ है कि ये सभी आतंकी संगठन हिज्ब-उत-ताहिर, अलकायदा इंडियन सब कॉन्टिनेंट, ISI और अन्य प्रतिबंधित संगठनों के लिए स्लीपर सेल का काम कर रहे थे। पुलिस ने बताया कि ये सभी सोशल मीडिया के माध्यम से युवाओं को गुमराह कर रहे थे। पूछताछ के बाद चारों को जेल भेज दिया गया है।

NIA की हो सकती है एंट्री

NIA की जांच में यह खुलासा हुआ है कि हिज्ब-उत-तहरीर मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में तेजी से स्लीपर सेल का गठन कर रहा है। अब इस मामले में NIA की एंट्री हो सकती है। धनबाद से गिरफ्तार चारो संदिग्धों की उम्र 30 साल से कम है।

आयान और शबनम कंप्यूटर के एक्सपर्ट

पुलिस सूत्रों ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आतंकियों में आयान और शबनम कंप्यूटर के एक्सपर्ट हैं। ये दोनों स्लीपर सेल को हैंडल करते थे। ATS ने उनसे पेन ड्राइव, कंप्यूटर का हार्ड डिस्क, मोबाइल समेत कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जब्त की है।

धनबाद बना नया ठिकाना

NIA की जांच में यह खुलासा हुआ है कि हिज्ब-उत-तहरीर मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में तेजी से स्लीपर सेल का गठन कर रहा है। अब झारखंड के धनबाद में इस संगठन से जुड़े संदिग्धों की गिरफ्तारी हुई है। अब इस मामले में NIA की एंट्री हो सकती है। धनबाद से गिरफ्तार चारो संदिग्धों की उम्र 30 साल से कम है।

आयान और शबनम कंप्यूटर के एक्सपर्ट

आतंकियों की योजना थी कि वे स्लीपर सेल के माध्यम से विभिन्न इलाकों में हमलों को अंजाम दे सकें और अशांति फैला सकें। माना जा रहा है कि ये धनबाद के युवाओं को जोड़ने की तैयारी कर रहे थे। ।

अक्टूबर 2024 से बैन है हिज्ब-उत-ताहिर

साल 1953 में हिज्ब-उत-तहरीर का गठन येरूशलम में हुआ था। केंद्र सरकार ने आतंकी गतिविधियों से जुड़े होने के आरोप में अक्टूबर 2024 में इस ग्रुप को बैन कर दिया था। पकड़े गए आतंकी आयान का अमन सोसाइटी में बड़ा मकान है। इसके बावजूद वह तीन महीने से शमशेर नगर में किराए पर रहता था। उसकी पत्नी शबनम भी उसके साथ रहती है जो बच्चों को अंग्रेजी, उर्दू और हिंदी पढ़ाती थी। आयान का बाइपास रोड में द ब्रांड हाउस के नाम से कपड़ों का शोरूम है।

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