Aligarh Muslim University Firing : उत्तर प्रदेश की अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में बुधवार की रात ताबड़तोड़ गोलियां दागी गईं, जिससे पूरा परिसर दहल उठा। विश्वविद्यालय के एबीके स्कूल में रात लगभग 2 बजे बाइक सवार नकाबपोश बदमाशों ने कंप्यूटर शिक्षक राव दानिश अली की गोली मारकर हत्या कर दी। गोली लगने के बाद वह गंभीर रूप से घायल हो गए, और उन्हें तुरंत जेएन मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया। लेकिन चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
नकाबपोशों ने दानिश पर बरसाईं 10 राउंड गोलियां
बुधवार की रात को शिक्षक राव दानिश अली अपने सामान्य रात के टहलने पर थे, तभी नकाबपोश बदमाशों ने उनके पास पहुंचकर गाली-गलौज की और फिर गोली चलाई। बदमाशों ने करीब 10 राउंड फायरिंग की, जिनमें से चार गोलियां उनके सिर पर लगीं, जिससे वह मौके पर ही गिर पड़े। गोलीबारी के बाद बाइक सवार हमलावर फरार हो गए। यह हत्या परिसर में ही हुई, और इसकी जानकारी मिलते ही पूरे विश्वविद्यालय में हड़कंप मच गया। भारी पुलिस बल मौके पर पहुंच गया है। पुलिस ने घटनास्थल से सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू कर दिए हैं, और बदमाशों की पहचान और गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए हैं। एसएसपी नीरज जादौन ने बताया कि बदमाश और मृतक शिक्षक एक-दूसरे को जानते थे, और फिलहाल जांच चल रही है।
11 सालों से कंप्यूटर शिक्षक थे राव दानिश अली
मृतक राव दानिश अली पिछले 11 वर्षों से विश्वविद्यालय के एबीके हाईस्कूल में कंप्यूटर शिक्षक के रूप में कार्यरत थे। वे बेहद शांत, मददगार और अनुशासित स्वभाव के व्यक्ति माने जाते थे। उनके प्रति छात्रों और सहकर्मियों में श्रद्धा थी। उनकी हत्या ने पूरे परिसर में शोक और डर का माहौल बन गया है।
हत्या का कारण नहीं आया सामने?
इस घटना के बाद पुलिस ने फोरेंसिक टीम को मौके पर बुलाकर सबूत एकत्र किए हैं, जिनमें खोखे, खून के निशान और आसपास की गतिविधियों के सैंपल शामिल हैं। सीसीटीवी फुटेज की जांच के साथ ही पुलिस टीमों ने अलग-अलग एंगल से मामले की जांच शुरू कर दी है। एसपी सिटी के नेतृत्व में कई टीम बदमाशों की तलाश में जुटी हैं। सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ाते हुए विश्वविद्यालय परिसर में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिए गए हैं और रातभर गश्त जारी है। विश्वविद्यालय प्रशासन ने सुरक्षा बढ़ाने और इस घटना के कारणों का पता लगाने के लिए कदम उठाए हैं।
शिक्षक दानिश के पुराने विवाद को खंगाल रही पुलिस
पुलिस का मानना है कि फायरिंग करने वाले बदमाशों और शिक्षक के बीच पहले से कोई पुराना विवाद या जान पहचान हो सकती है। जांच में यह भी सामने आया है कि अपराधियों ने खुलेआम चुनौती देते हुए हत्या को अंजाम दिया और हथियार लहराते हुए फरार हो गए। यह मामला इसलिए भी गंभीर माना जा रहा है क्योंकि हत्या के दौरान बदमाशों ने अपने कदमों को सावधानीपूर्वक अंजाम दिया है, और अभी तक उनकी पहचान और गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। पुलिस ने आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी का आश्वासन दिया है, ताकि परिसर में फिर से शांति और सुरक्षा सुनिश्चित हो सके।
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