रिपोर्ट के मुताबिक शराब की मांग में गिरावट (ALCOHOL SOLD) आई है, हालांकि इस अवधि के दौरान सभी शराबों में वोदका मांग में सबसे आगे रही,,,,,
क्या कम हो सकती है शराब की मांग? तो आप साफतौर पर इसे नकार सकते हैं क्योंकि काफी लोगों को लगता है कि शराब पीने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। लेकिन मौजूदा वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही (जुलाई से सितंबर) के आंकड़े कुछ और ही बयां कर रहे हैं। जिसके मुताबिक दूसरी तिमाही की रिपोर्ट जारी हुई है। जिसके मुताबिक शराब की मांग में गिरावट (ALCOHOL SOLD) आई है। हालांकि, इस अवधि के दौरान सभी शराबों में वोदका मांग में सबसे आगे रही। सितंबर में समाप्त तिमाही में शराब की मांग में एक प्रतिशत की गिरावट आई है।
एक्साइज डिपार्टमेंट की ALCOHOL SOLD वाली रिपोर्ट
सभी प्रकार की शराब में व्हिस्की (ALCOHOL SOLD) का बाजार में लगभग दो-तिहाई हिस्सा है। इकोनॉमिक टाइम्स के मुताबिक, इंडस्ट्री के अधिकारियों ने एक्साइज डिपार्टमेंट के ताजा आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि व्हिस्की की मांग में एक फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है। ब्रांडी की मांग में 3 प्रतिशत और पैसे की मांग में 2 प्रतिशत की गिरावट आई।
ALCOHAL SOLD में हुई कमी
इसके अलावा वोदका और जिन की मांग भी (ALCOHOLL SOLD) बढ़ी है। वोदका की मांग 17 फीसदी और जिन की मांग 2 फीसदी बढ़ी है। यानी शराब पीने वालों ने व्हिस्की से ज्यादा वोदका को प्राथमिकता दी है। शराब उद्योग के विशेषज्ञों के मुताबिक, शराब की मांग में यह कमी अस्थायी है। आने वाले समय में हमें इसमें बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है।
पहली तिमाही की ALCOHOL SOLD की रिपोर्ट
यूनाइटेड स्पिरिट्स की प्रबंध निदेशक हिना नागराजन ने कहा कि यह पहली तिमाही है। जहां व्हिस्की आदि प्रदर्शन के मामले में वोदका और अन्य स्पिरिट से पीछे हैं। नागराजन के मुताबिक यह एक अस्थायी झटका है। आने वाले समय में हमें इसमें बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। रेडिको खेतान के मुख्य परिचालन अधिकारी अमर सिन्हा ने कहा कि मंदी कई कारकों के कारण है। ऐसा मुख्य रूप से बाज़ार में बदलाव के कारण हुआ। एक तरफ आंध्र प्रदेश में नई शराब नीति थी तो दूसरी तरफ कर्नाटक में शराब नीति को लेकर कई अनिश्चितताएं थीं।
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