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Akshay Tritiya: Gold महंगा है? मिल गया विकल्प यहाँ करें निवेश ज्यादा होगा मुनाफा!

Akshaya tritiya Gold price

Akshaya tritiya Gold price

Akshay tritiya 2025: यह हम जानते हैं की सोना इस समय आम लोगों की पहुँच के बाहर है. ऐसे में अगर आप भी सोने की महंगाई की वजह से अक्षय तृतीया पर सोना नहीं खरीद पा रहे हैं तो आपके लिए बेहतर विकल्प चांदी का है जी हां यह भी सोने जैसी धातु है, और आप इसे खरीद भी सकते हैं, बीते महीने भर में उतार चढ़ाव के बीच चांदी ने एक लाख रुपये का मनोवैज्ञानिक स्तर भी पार कर लिया था ट्रंप के टैरिफ से हुई उथल-पुथल ने इसकी तेजी में भरपूर साथ दिया ऐसे में अभी भी आप इसमें निवेश करके शुभ भी कर सकते हैं और मुनाफा भी कमा सकते हैं.

सोने की तुलना में चांदी के भाव कम बढे

गौरतलब है कि, बीते महीने भर में सोने के मुकाबले चांदी की कीमत में वो तेजी नहीं दिखाई दी जो सोने में दिखी है. सोने के मुकाबले चांदी का औद्योगिक इस्तेमाल इसे और आकर्षक बना रहा है. Tariff War के शांत होने से इसकी खपत में तेजी आने की संभावना है. इस वजह से भी चांदी की मांग में तेजी की उम्मीद की जा रही है.

Media Commodities के President ने कहा

बाजारों के जानकर और केडिया कमोडिटिज के प्रेसीडेंट अजय केडिया ने बताया कि पिछले कई साल से अक्षय तृतीया पर खरीदा गया सोना शानदार रिटर्न देता रहा है. अक्षय तृतीया पर सोने की खरीदारी को लेकर केडिया कहते हैं कि शुभ करने के लिए सोना लीजिए और अच्छे रिटर्न के लिए चांदी बेहतर विकल्प साबित होगी.

चांदी में हो सकता है ज्यादा निवेश

अजय केडिया बताते हैं, कि एक साल में सोना लगभग 35℅ का रिटर्न ऑलरेडी दे चुका है. अब बहुत अधिक बढ़ने की उम्मीद नहीं है. दूसरी ओर गोल्ड-सिल्वर रेशियो दूसरी बार 100 से ऊपर है. इसका मतलब यह है कि सोने के मुकाबले चांदी काफी सस्ती है. इसमें अच्छे रिटर्न की संभावनाएं हैं. और उनका इशारा भी चांदी की खरीदारी की ओर है. सर्राफा बाजार के विशेषज्ञों का कहना है कि जनवरी से लेकर अब तक सोना करीब 25 फीसदी का उछल चुका है वहीं, चांदी के भाव में मात्र 13.5% की बढ़ोतरी हुई है. ऐसे में उम्मीद है कि आने वाले महीनों में चांदी सोने के मुकाबले ज्यादा मुनाफा दे सकता है.

Gold Silver Ratio 125 के पार पहुंचा

बाजारों के जानकर चांदी पर इसलिए भरोसा कर रहे हैं क्योंकि सोने-चांदी के अनुपात में वृद्धि है, जो पिछले कुछ महीनों में 100 से अधिक हो गया है. कोरोना महामारी के बाद से यह दूसरी बार है, जब अनुपात 126 पर पहुंच गया है. अनुपात की गणना चांदी के औंस के आधार पर की जाती है जिसे एक औंस सोने से खरीदा जा सकता है. पिछले 25 वर्षों में यह औसत 68 रहा है जबकि 10-वर्षीय औसत 85 रहा है. पिछले दशक में यह अनुपात इसलिए भी अधिक था क्योंकि सोने ने 260% रिटर्न दिया जबकि चांदी ने 60% रिटर्न ही दिया है.

एचडीएफसी सिक्योरिटीज के कमोडिटी और करेंसी प्रमुख अनुज गुप्ता के अनुसार, सोना मौजूदा स्तरों पर महंगा है और चांदी की तुलना में निकट-से-मध्यम अवधि में इसमें कम तेजी आ सकती है. ऐसे में चांदी में निवेश करना आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकता है.

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