Akshay Tritiya 2025: अक्षय तृतीया को सोने की खरीदारी करना शुभ माना जाता है लेकिन इस साल सोने के रेट आसमान में हैं ऐसे में लोगों के जेहन में यह भी है की अगर सोने की खरीदारी की और बाद में रेट गिर गए तो क्या होगा इन्हीं कंफ्यूजन को दूर करेंगे. जी हां अक्षय तृतीया 30 अप्रैल को है, गौरतलब है कि, इस बार अक्षय तृतीया पर सोना खरीदना सबके बस की बात नहीं है. अगर ट्रंप टैरिफ की वजह से तेजी ऐसी ही जारी रही तो एक लाख रुपये के पार चला जाएगा सोना ऐसे में अक्षय तृतीया पर सोना खरीदना शुभ तो रहेगा पर लाभ कितना देगा, एक्सपर्ट्स से जानेंगे.
मुनाफ़े के लिए Silver बेहतर शुभ करने Gold खरीदें
Kedia commodities के President Ajay Kedia ने बताया कि पिछले कई साल से अक्षय तृतीया पर खरीदा गया सोना शानदार रिटर्न देता रहा है. पिछले दो साल से डबल डिजिट में रिटर्न दिया है. लेकिन अब उनका मानना है कि अक्षय तृतीया पर शुभ-लाभ के लिए सोना खरीदें और अच्छे रिटर्न के लिए चांदी, जी हां इतना ही नहीं उन्होंने बताया कि एक साल में सोना लगभग 40 प्रतिशत का रिटर्न ऑलरेडी दे चुका है. ऐसे में आगे बहुत बढ़ने की उम्मीद नहीं है. दूसरी ओर गोल्ड-सिल्वर रेशियो दूसरी बार 100 से ऊपर है. इसका मतलब यह है कि सोने के मुकाबले चांदी काफी सस्ती है. इसमें अच्छे रिटर्न की संभावनाएं हैं.
सोने में मजबूती के कारण
Crisil के सीनियर डायरेक्टर Rahul Guha बताते हैं कि, “पिछले कुछ महीनों में सोने की कीमतें काफी बढ़ी हैं और हाल ही में ये 3300 डॉलर प्रति औंस के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई हैं. जिसके 4 प्रमुख कारण हैं. डिमांड, भू-राजनीतिक अनिश्चितताएं, व्यापार तनाव और महंगाई व आर्थिक मंदी की आशंकाएं जी हां इन्हीं प्रमुख वजहों के कारण सोने की कीमतों में बेतहाशा बढ़ोतरी हो रही है.
Safe Investment विकल्प बना Gold
Russia-Ukrain War और israel palestine संघर्ष जैसी घटनाओं ने दुनिया भर में अनिश्चितता बढ़ा दी है. इस वजह से निवेशक और केंद्रीय बैंक सोने को सुरक्षित संपत्ति मानकर खरीद रहे हैं. अमेरिका ने हाल ही में आयात शुल्क बढ़ाए हैं, जिससे वैश्विक व्यापार पर असर पड़ा है और आर्थिक मंदी व महंगाई की आशंका बढ़ी है. इससे भी सोने की मांग बढ़ी है और सोना महंगा हुआ है.
Gold Price in India
गौरतलब है कि, भारत में सोना 2024-25 में 25% महंगा हो चुका था, और अप्रैल 2025 के पहले 15 दिनों में ही 20% और बढ़ गया है. इसकी एक वजह रुपये का कमजोर होना भी है, क्योंकि भारत ज्यादातर सोना आयात करता है.
सोना गिरेगा या और बढ़ेगा
विशेषज्ञों का मानना है कि, सोने की कीमतें लंबे समय में हमेशा बढ़ती रही हैं, लेकिन कभी-कभी मध्यम अवधि में उनमें गिरावट भी आती है. उन्होंने उदाहरण के साथ कहा कि कोविड के दौरान (मई-अगस्त 2020) सोना तेजी से बढ़ा, लेकिन सितंबर 2020 से मार्च 2021 तक गिरावट हुई. फिर दिसंबर 2022 में ही वह स्तर फिर से हासिल हुआ. ऐसे में अनुमान तो यह कहता है की सोने के दामों में गिरावट होगी लेकिन कितनी होगी और कब होगी यह वर्तमान परिस्थिति में नहीं कहा जा सकता है.
कैसे कम हो सकते हैं दाम
आपको बता दें की अगर US के Trade नियमों में स्पष्टता आ जाए या भू-राजनीतिक तनाव कम हो जाए तो कीमतों में कुछ समय के लिए गिरावट आ सकती है. लंबी अवधि में सोना एक सुरक्षित संपत्ति है, इसलिए भविष्य में भी इसकी कीमतें बढ़ने की संभावना है. छोटे समय में गिरावट हो सकती है, लेकिन लंबे समय में सोना महंगा ही होगा.