Akhilesh Yadav’s letter to Nitin Gadkari: बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे को झाँसी-ललितपुर-देवास-सागर राष्ट्रीय राजमार्ग के नाम से भी जाना जाता है. 330 किलोमीटर लंबा यह फोर लेन मार्ग यूपी के पिछड़े क्षेत्रों को सीधे दिल्ली से जोड़ने वाला है. यह मार्ग यूपी के चित्रकूट, बांदा हमीरपुर और जालौन जिले से होकर गुजरेगा और बुंदेलखंड क्षेत्र को आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे और यमुना एक्सप्रेस वे के जरिए दिल्ली से जोड़ेगा।
Akhilesh Yadav’s letter to Nitin Gadkari: यूपी के पूर्व सीएम और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी को पत्र लिखा है. उन्होंने यूपी, एमपी, राजस्थान को जोड़ने वाले एक्सप्रेस वे और सड़कों का निर्माण कराने की मांग की है. पत्र में चंबल एक्सप्रेस वे का काम जल्दी पूरा कराने की मांग की है.
जानें किन-किन सड़कों की मांग रखी अखिलेश यादव ने
Akhilesh’s special demand for Vindhya: NHAI द्वारा स्वीकृत संरेखण, इटावा और कोटा को जोड़ने वाले 408.77 किमी लंबे एक्सप्रेस वे का निर्माण कार्य पूरा किया जाए. इसके अलावा एमपी के ग्वालियर से लिपुलेख तक प्रस्तावित 6 लेन सड़क का निर्माण कार्य जल्द पूरा कराने की मांग रखी. साथ ही उन्होंने पत्र में बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे को सतना से जोड़ने और इटावा में जहां से एक्सप्रेस वे शुरू हो रहा है उसे हरिद्वार तक जोड़ने की मांग की. पूर्वांचल को 25 किमी और बढ़ाकर बिहार के बक्सर भागलपुर तक बनने एक्सप्रेस वे से मिलाने के लिए पखनपुरा गांव से जोड़ने के लिए कहा ताकि भागलपुर से दिल्ली तक एक एक्सप्रेस वे मिल सके.
बुंदेलखंड एक्सप्रेस वे को झाँसी-ललितपुर-देवास-सागर राष्ट्रीय राजमार्ग के नाम से भी जाना जाता है. 330 किलोमीटर लंबा यह फोर लेन मार्ग यूपी के पिछड़े क्षेत्रों को सीधे दिल्ली से जोड़ने वाला है. यह मार्ग यूपी के चित्रकूट, बांदा हमीरपुर और जालौन जिले से होकर गुजरेगा और बुंदेलखंड क्षेत्र को आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस वे और यमुना एक्सप्रेस वे के जरिए दिल्ली से जोड़ेगा। यह राष्ट्रीय राजमार्ग एमपी और यूपी के बीच कनेक्टिविटी में क्रन्तिकारी बदलाव लाएगा, माल की आवाजाही आसान और जल्दी होगी। इससे व्यापार भी बढ़ेगा।