Ajit Pawar on Irrigation Scam : महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव की हलचल के बीच नया विवाद शुरू हो गया है। महाराष्ट्र में सिंचाई घोटाले में फंसे उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने खुद ही इस मामले को फिर से उजागर किया है। अजीत पवार ने 70000 करोड़ के सिंचाई घोटाले का आरोप अपने चाचा शरद पवार के सिर पर मढ़ दिया है। उन्होंने आर.आर.पाटिल का नाम लेते हुए अपने राजनीतिक विरोधी शरद पवार पर निशाना साधा। अब इस मामले में खुद अजीत पवार की किरकिरी हो रही है।
अजीत पवार ने चाचा पर मढ़ा आरोप (Ajit Pawar on Irrigation Scam)
बुधवार को महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव की हलचल के बीच एनसीपी प्रमुख व उपमुख्यमंत्री अजीत पवार ने अपने ही गड़े मुर्दे उखाड़ दिये। अजीत पवार ने विधानसभा चुनाव में अपने प्रबल राजनीतिक विरोधी शरद पवार पर आरोप लगाते हुए सिंचाई घोटाले का जिक्र किया। महाराष्ट्र में 70000 करोड़ के सिंचाई घोटाले के आरोप अजीत पवार पर लगते रहें हैं। लेकिन अब अजीत पवार ने सिंचाई घोटाले का आरोप अपने ही चाचा शरद पवार पर मढ़ दिया। उन्होंने आर.आर.पाटिल का नाम लेते हुए शरद पवार को इस घोटाले में घसीटा है। जिससे सियासत में हलचल मची हुई है।
अजित पर लगा था सिंचाई घोटाले का आरोप
दरअसल, महाराष्ट्र में 70,000 करोड़ रुपयों के सिंचाई घोटाले का आरोप खुद अजीत पवार पर लगा था। यह घोटाला उस समय उजागर हुआ था जब अजीत पवार कांग्रेस-राकांपा गठबंधन सरकार में सिंचाई मंत्री थे। साल 2012 के आर्थिक सर्वेक्षण में अजीत पवार को सिंचाई घोटाले का दोषी बताया गया था। उस समय महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण और गृहमंत्री आर.आर.पाटिल थे। अब 13 साल बाद अजीत पवार ने इस मामले पर खुद ही बयान देकर मुद्दे को हवा दे दी है।
‘आर.आर.पाटिल ने किया था विश्वासघात’ (Ajit Pawar on Irrigation Scam)
आज बुधवार को सांगली विधानसभा क्षेत्र में अजीत पवार अपनी पार्टी के उम्मीदवार संजय काका पाटिल के लिए प्रचार कर रहे थे। तभी जनसभा को संबोधित करते हुए अजीत पवार ने सिंचाई घोटाले का जिक्र किया। अजीत पवार ने गृहमंत्री आर.आर.पाटिल का नाम लेते हुए अपने चाचा शरद पवार पर सिंचाई घोटाले का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “उक्त सिंचाई घोटाले की फाइल पर खुली जांच के आदेश तब के गृहमंत्री आर.आर.पाटिल ने देकर मेरे साथ विश्वासघात किया था।” अजीत पवार ने इस मुद्दे का जिक्र इसलिए किया क्योंकि स्वर्गीय आर.आर.पाटिल का गृह जनपद सांगली है। इसके अलावा आर.आर.पाटिल शरद पवार के करीबी भी थे।
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चाचा शरद पवार ने फंसाया था – अजीत पवार
गौरतलब है कि सांगली में अजीत पवार ने स्वर्गीय आर.आर.पाटिल के बहाने अपने चाचा शरद पवार पर सियासी हमला किया। इस विधानसभा चुनाव में अजीत पवार के सामने सबसे बड़े राजनीतिक विरोधी दल शरद पवार गुट एनसीपी है। अजीत पवार का आरोप है कि शरद पवार के इशारे पर ही गृहमंत्री आर. आर. पाटिल ने उनके खिलाफ जाँच के आदेश दिए थे। अजीत पवार के मुताबिक इस बात की जानकारी उन्हें नहीं थी।
2014 में अजीत पवार ने थामा था भाजपा का साथ
साल 2014 में जब महाराष्ट्र में भाजपा की सरकार बनी तो अजीत पवार सिंचाई घोटाले में फँसते जा रहे थे। भाजपा सरकार पवार परिवार पर सिंचाई घोटाले के आरोप मढ़ रही थी। भाजपा के दबाव के बीच अजीत पवार ने भाजपा-शिवसेना गठबंधन में शामिल हो गए। इसके बाद मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने अजीत पवार को अपने घर बुलाकर सिंचाई घोटाले की फाइल पर आर.आर.पाटिल के हस्ताक्षर दिखाए थे। उधर, घोटाले के दौरान मुख्यमंत्री रहें चव्हाण ने भी कहा था कि उन्हें स्वयं इस सिंचाई घोटाले की फाइल के बारे में कोई जानकारी नहीं थी, ना ही उन्होंने कभी 70,000 करोड़ के सिंचाई घोटाले का नाम ही लिया है।