नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (DGCA) ने एयर इंडिया को कड़ी चेतावनी जारी की है कि यदि उड़ान संचालन में अनियमितताएं जारी रहीं, तो एयरलाइन का लाइसेंस निलंबित या रद्द किया जा सकता है (Air India Licence Suspension)। यह कार्रवाई 12 जून को अहमदाबाद में हुए बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान हादसे (Ahmedabad Plane Crash) के बाद बढ़ी जांच के बीच हुई, जिसमें 241 यात्रियों और चालक दल के सदस्यों सहित 270 से अधिक लोगों की मौत हो गई। DGCA ने क्रू शेड्यूलिंग और सुरक्षा नियमों के उल्लंघन के लिए एयर इंडिया के तीन वरिष्ठ अधिकारियों को हटाने का आदेश भी दिया
अहमदाबाद हादसे ने बढ़ाई जांच
12 जून को अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से लंदन के लिए उड़ान भरने वाली एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद मेघानी नगर इलाके में बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल परिसर में दुर्घटनाग्रस्त हो गई (Boeing 787 Crash)। इस हादसे में विमान में सवार 242 लोगों में से केवल एक व्यक्ति, 40 वर्षीय ब्रिटिश नागरिक विश्वासकुमार रमेश, जीवित बचे। हादसे की जांच विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) कर रहा है, जिसमें अमेरिका की नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB) और बोइंग सहित कई अंतरराष्ट्रीय एजेंसियां सहयोग कर रही हैं
DGCA की कार्रवाई: तीन अधिकारी हटाए
DGCA ने शनिवार को एयर इंडिया को तीन वरिष्ठ अधिकारियों—डिविजनल वाइस प्रेसिडेंट चूड़ा सिंह, क्रू शेड्यूलिंग की चीफ मैनेजर पिंकी मित्तल, और क्रू शेड्यूलिंग प्लानिंग से जुड़ी पायल अरोड़ा—को तत्काल हटाने का आदेश दिया (Air India Senior Officials Removed)। इन अधिकारियों पर उड़ान चालक दल की शेड्यूलिंग, लाइसेंसिंग, और रेस्ट पीरियड नियमों (Flight Duty Time Limitations) के गंभीर उल्लंघन का आरोप है। DGCA ने कहा कि एयर इंडिया ने स्वेच्छा से इन उल्लंघनों को स्वीकार किया, लेकिन यह “क्रू शेड्यूलिंग, अनुपालन निगरानी, और आंतरिक जवाबदेही में प्रणालीगत विफलताओं” को दर्शाता है
लाइसेंस पर लटकी तलवार
DGCA ने एयर इंडिया को चेतावनी दी कि भविष्य में क्रू शेड्यूलिंग, लाइसेंसिंग, या फ्लाइट टाइम नियमों का उल्लंघन होने पर “कठोर प्रवर्तन कार्रवाई” की जाएगी, जिसमें लाइसेंस निलंबन या रद्दीकरण शामिल हो सकता है । इसके अलावा, DGCA ने 2024 और 2025 में एयर इंडिया के सभी निरीक्षणों और ऑडिट का विवरण मांगा है, जिसमें कॉकपिट, स्टेशन सुविधाएं, रैंप, और केबिन निरीक्षण शामिल हैं। एयर इंडिया को अपने एकाउंटेबल मैनेजर को सात दिनों के भीतर उल्लंघनों पर स्पष्टीकरण देने का निर्देश भी दिया गया है।
पहले भी DGCA ने दी थी चेतावनी
हादसे से कुछ दिन पहले, DGCA ने एयर इंडिया को उसके एयरबस बेड़े में सुरक्षा उल्लंघनों के लिए चेतावनी दी थी। जांच में पाया गया कि तीन एयरबस विमानों को बिना समय पर सुरक्षा जांच, जैसे कि इमरजेंसी एस्केप स्लाइड्स की जांच, के संचालित किया गया । DGCA ने इसे “मानक हवाई योग्यता और सुरक्षा आवश्यकताओं का उल्लंघन” करार दिया। हालांकि, यह चेतावनी अहमदाबाद हादसे से सीधे तौर पर संबंधित नहीं थी।
एयर इंडिया का जवाब
एयर इंडिया ने DGCA के आदेश का पालन करते हुए तीनों अधिकारियों को हटा दिया है और कहा कि कंपनी का चीफ ऑपरेशन्स ऑफिसर इंटीग्रेटेड ऑपरेशन्स कंट्रोल सेंटर की सीधी निगरानी करेगा । एयरलाइन ने बयान में कहा, “एयर इंडिया सुरक्षा प्रोटोकॉल और मानक प्रथाओं का पूरी तरह पालन करने के लिए प्रतिबद्ध है।” टाटा समूह, जिसने 2022 में एयर इंडिया का अधिग्रहण किया, ने भी सभी रखरखाव रिकॉर्ड की सत्यापन प्रक्रिया को तेज करने का वादा किया है (Tata Group Air India)।
हादसे की जांच और सवाल
हादसे की जांच में ब्लैक बॉक्स डेटा की डिकोडिंग के लिए स्थान अभी तय नहीं हुआ है (Black Box Decoding)। AAIB ने हॉस्टल की छत से एक ब्लैक बॉक्स बरामद किया है। जांच में तकनीकी खराबी, संभावित तोड़फोड़, और क्रू प्रशिक्षण जैसे पहलुओं पर ध्यान दिया जा रहा है । विशेषज्ञों ने रैम एयर टर्बाइन (RAT) के उपयोग और संभावित इंजन विफलता की ओर भी इशारा किया है.