Air India CEO New Instructions: 12 जून 2025 का दिन और इंडिया के लिए सबसे भयावह दिन था। इस दिन अहमदाबाद एयरपोर्ट से लंदन की ओर उड़ान भरने वाले एयर इंडिया(air india ahmedabad london plane crash) की बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर टेकऑफ के तुरंत बाद तकनीकी गड़बड़ी की वजह से दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह एयरक्राफ्ट एक मेडिकल हॉस्टल के ऊपर गिरा जिसकी वजह से प्लेन में बैठे 241 यात्री ,12 चालक दल और ग्राउंड पर 39 लोग मारे गए। इसके बाद से ही एयर इंडिया की सारी फ्लाइट्स अब काफी सतर्कता और सावधानी बरत रही हैं बावजूद इसके कई फ्लाइट्स में तकनीकी इश्यू भी सामने आ रहे हैं।

Air india के CEO ने कर दिए उड़ान के नियम पहले से ज्यादा सख्त
बता दे पिछले कुछ दिनों से लगातार एयर इंडिया की अन्य फ्लाइट भी उड़ान से पहले विभिन्न नियमों का पालन कर रहे हैं। इससे पहले दो-तीन बार फ्लाइट्स को टेकऑफ के बाद इमरजेंसी लैंड भी करवाया गया। ऐसे में हाल ही में एयर इंडिया के ceo ने दुर्घटना के एक हफ्ते बाद सभी कर्मचारियों को विशेष दिशा निर्देश दे दिए है। एयर इंडिया के सीईओ कैंपबेल विल्सन (Air india CEO) ने कहा है कि यदि विमान को उड़ाने को लेकर किसी भी प्रकार का कोई संदेह आता है तो विमान बिल्कुल भी उड़ान नहीं भरेगा। यह निर्णय पायलट क्रू मेंबर्स ले सकते हैं। यह निर्णय इतना स्पष्ट है जिसका मुख्य उद्देश्य यात्रियों की सुरक्षा को प्राथमिकता देना है।
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एयर इंडिया के CEO ने जांच और सुरक्षा की समीक्षा को भी अब अनिवार्य कर दिया है। मतलब अब प्री फ्लाइट चेक्स को भी पहले मान्यता दी जाएगी। मतलब सारे फ्लाइट की उड़ान भरने से पहले प्री फ्लाइट निरीक्षण शुरू कर दिए जाएंगे। ऐसे में यदि किसी प्रकार का कोई संदेह होता है तो फ्लाइट्स को उड़ान के लिए रिलीज नहीं किया जाएगा। साथ ही एयर इंडिया ने आने वाले कुछ दिनों में वाइड बॉडी विमान की उड़ानों की संख्या को 15% तक काम करने का निर्णय लिया है और इंडिया 20 जून से 15 जुलाई तक अंतरराष्ट्रीय गंतव्य से 38 फ्लाइट की कटौती करेगी।
एयर इंडिया के सभी बोइंग क़ी हो रही है विशेष जांच (DGCA is inspecting all boeing of air india)
एयर इंडिया के सीईओ ने अन्य निर्णय के साथ-साथ पायलट को पूरा समर्थन दिया है। अर्थात यदि उड़ान भरने से पायलट किसी तकनीकी दोष को देखते हुए उड़ान सस्पेंड कर देंगे तो इसे सकारात्मक पहल माना जाएगा और पायलटो को पूरी छूट दी जाएगी कि वह तकनीकी दोष के कारण उड़ान को सस्पेंड कर सके। बता दे हाल ही में डीजीसीए ने एयर इंडिया के बोइंग 787 विमान की विस्तृत जांच की जिम्मेदारी ली है। 33 में से अब तक 26 विमान की जांच पूरी हो चुकी है। इन विमान को दिल्ली में अतिरिक्त रख रखाव के लिए ग्राउंडेड रखा गया है जिसमें एयर इंडिया के ड्रीमलाइनर ही नहीं बल्कि अन्य बोइंग की भी सुरक्षा जांच की जा रही है।