अहमदाबाद प्लेन क्रैश: जांच रिपोर्ट पर विवाद, पायलट संगठन ने उठाए सवाल


Air India, Ahmedabad Plane Crash, Boeing 787 Dreamliner, Pilot Error, Fuel Control Switch, AAIB Report, Federation of Indian Pilots: अहमदाबाद में 12 जून 2025 को हुए एयर इंडिया के बोइंग 787 ड्रीमलाइनर विमान हादसे की शुरुआती जांच रिपोर्ट को लेकर विवाद गहरा गया है। इस हादसे में 260 लोगों की मौत हुई थी, जिसमें 241 यात्री और चालक दल के सदस्य और 19 जमीन पर मौजूद लोग शामिल थे। विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) की प्रारंभिक रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि टेकऑफ के कुछ सेकंड बाद ही विमान के दोनों इंजनों के फ्यूल कंट्रोल स्विच “रन” से “कटऑफ” स्थिति में चले गए, जिसके कारण इंजनों को ईंधन की आपूर्ति रुक गई और विमान में जोर (थ्रस्ट) की कमी के कारण वह ऊंचाई हासिल नहीं कर सका।

विमान अहमदाबाद के मेघानी नगर इलाके में बीजे मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल भवन से टकरा गया।पायलट संगठन का विरोधफेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स (FIP) ने इस रिपोर्ट पर कड़ा ऐतराज जताया है। संगठन का कहना है कि बिना पूरी और पारदर्शी जांच के पायलटों पर दोष मढ़ना जल्दबाजी और गैर-जिम्मेदाराना है। FIP ने मांग की है कि जांच निष्पक्ष हो और सभी तकनीकी पहलुओं की गहराई से पड़ताल की जाए। संगठन ने यह भी कहा कि मीडिया को गलतफहमी फैलाने से बचना चाहिए और जांच के अंतिम निष्कर्षों का इंतजार करना चाहिए।

कॉकपिट में भ्रम की स्थिति

रिपोर्ट के अनुसार, कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर से पता चला कि टेकऑफ के बाद पहले अधिकारी (फर्स्ट ऑफिसर) ने सीनियर कैप्टन से पूछा, “आपने स्विच कटऑफ क्यों किया?” इसका जवाब कैप्टन ने नकारात्मक में दिया। इस बातचीत से कॉकपिट में भ्रम की स्थिति का संकेत मिलता है। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि स्विच वास्तव में किसने बदला या यह तकनीकी खराबी थी।तकनीकी जांच और बोइंग का दावाडायरेक्टोरेट जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) ने सभी बोइंग विमानों के फ्यूल कंट्रोल स्विच की जांच के आदेश दिए हैं, जो 21 जुलाई तक पूरी होनी है।

सूत्रों के अनुसार, जांच में फ्यूल वाल्व की खराबी और ऑटोमेशन त्रुटियों की संभावना पर भी ध्यान दिया जा रहा है। बोइंग ने दावा किया है कि उनके सिस्टम में कोई खराबी नहीं थी, और विमान का रखरखाव नियमित रूप से किया गया था। इससे पहले, ब्रिटेन की सिविल एविएशन अथॉरिटी ने चार हफ्ते पहले बोइंग विमानों के फ्यूल स्विच की जांच और मरम्मत की चेतावनी दी थी।

विमान ने दिल्ली से अहमदाबाद की उड़ान के दौरान “STAB POS XDCR” (स्टैबिलाइजर पोजिशन ट्रांसड्यूसर) की त्रुटि दर्ज की थी, जिसे ठीक करने के बाद उड़ान के लिए मंजूरी दी गई थी।
एयर इंडिया ने अपने पूरे बोइंग 787 ड्रीमलाइनर बेड़े की जांच की और कोई यांत्रिक खराबी नहीं पाई, जैसा कि एयर इंडिया के सीईओ कैंपबेल विल्सन ने अपने आंतरिक मेमो में कहा।
यह हादसा भारत के सबसे घातक विमान दुर्घटनाओं में से एक है, जिसमें केवल एक यात्री जीवित बचा।

जांच की स्थिति

एयर इंडिया के सीईओ और एविएशन मिनिस्टर किंजरापु राम मोहन नायडू ने कहा कि जांच अभी पूरी नहीं हुई है और जल्दबाजी में निष्कर्ष निकालना ठीक नहीं है। ALPA इंडिया ने भी निष्पक्ष जांच की मांग की है। विशेषज्ञों का कहना है कि विमान के ज्यादातर हिस्से आग में नष्ट हो गए, जिससे अंतिम रिपोर्ट में देरी हो सकती है।

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