Shahar Qazi got a woman to do triple talaq: महिला के पति अजीज ने बताया कि मेरा निकाह साल 2011 में हुआ था. मेरे दो बच्चे भी हैं. शादी के बाद कई सालों तक सब कुछ अच्छा चल रहा था. बीच में मेरी पत्नी काजी के बहकावे में आकर अचानक लापता हो गई. फिर एक दिन उसका फोन आया. उसने मुझसे फोन कर तीन बार तलाक कह दिया। इतना सुनकर मैं घबरा गया. जब मैंने इसकी पड़ताल शुरू की तो पता चला कि शहर काजी ने उसका निकाह किसी दूसरे शख्स के साथ करवा दी है.
Woman gave triple talaq and got married for the second time: मुस्लिम समाज में अभी तक ये सुना जाता था कि कोई पुरुष अपनी पत्नी को तीन तलाक देकर दूसरी औरत के साथ निकाह कर लेता है. लेकिन रीवा शहर से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें एक महिला फोन कर अपने पति को तीन तलाक दे दी। इसके बाद शहर काजी ने अन्य पुरुष के साथ उसका निकाह करा दिया। अब इस मामले में महिला का पति और पिता शरीयत के अनुसार गलत होने की बात पर मुस्लिम धर्मगुरुओं के चक्कर काट रहे हैं.
इसके बाद महिला के पति और पिता सोमवार, 29 जुलाई को शहर काजी के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर एसपी से मिलने पहुंचे। उनका आरोप है कि शहर काजी ने जन्नत के सपने दिखाने का प्रलोभन देकर महिला को झांसे में लिया और उससे पैसे लेकर बिना किसी की इजाजत के ही तीन तलाक कराकर उसका दूसरा निकाह करवा दिया। वहीं दूसरी ओर शहर काजी मुफ़्ती मुबारक हुसैन का कहना है कि लिखित तलाक जरुरी नहीं होता है, मौखिक तलाक ही मान्य होता है. काजी का ये भी कहना है कि यदि उनके पास कोई आएगा तो उन्हें शरीयत के अनुसार ही वे सलाह देंगे।
एसपी से मुलाकात से पहले महिला का पहला पति और पिता ने प्रयागराज के मुफ़्ती से पूछा था कि क्या शादीशुदा और दो बच्चों की मां बिना पति और पिता से राय मशविरा किए मौखिक तलाक दे सकती है? मुफ़्ती ने एक फतवा जारी कर कहा कि जिस काजी से महिला की दूसरी शादी करवाई है वो गलत है. शरीयत यानी इस्लामिक कायदे कानून में इसकी कोई जगह नहीं है. वहीं पुलिस और कानून के जानकारों का कहना है कि तीन तलाक कानून बनने के बाद अब मौखिक तलाक नहीं दिया जा सकता है.
जानें पूरा मामला
महिला के पति अजीज ने बताया कि मेरा निकाह साल 2011 में हुआ था. मेरे दो बच्चे भी हैं. शादी के बाद कई सालों तक सब कुछ अच्छा चल रहा था. बीच में मेरी पत्नी काजी के बहकावे में आकर अचानक लापता हो गई. फिर एक दिन उसका फोन आया. उसने मुझसे फोन कर तीन बार तलाक कह दिया। इतना सुनकर मैं घबरा गया. जब मैंने इसकी पड़ताल शुरू की तो पता चला कि शहर काजी ने उसका निकाह किसी दूसरे शख्स के साथ करवा दी है. हम मामले की जानकारी लेने शहर काजी के दफ्तर पहुंचे। मैंने उनसे कहा कि आपने बिना मेरी अनुमति या बिना लिखित तलाक के मेरी पत्नी का निकाह क्यों करवा दिया। इसके बाद शहर काजी मुझ पर भड़क गए. अपने दफ्तर में मौजूद लोगों से कहा कि इसे पकड़कर डंडे मारो। उसने मेरे हाथ-पैर तुड़वा देने की धमकी दी. इससे हम डर गए.