Jharkhand: बुधवार 3 जुलाई को चंपई सोरेन ने झारखंड के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया था। तब झारखंड के राज्यपाल सी पी राधाकृष्णन ने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन को झारखंड में सरकार बनाने और 13वें मुख्यमंत्री बनने का आमंत्रण दिया था। हेमंत सोरेन ने 4 जुलाई की शाम को झारखंड के 13वें मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ ली।
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दरअसल, हेमंत सोरेन पहले भी Jharkhand के मुख्यमंत्री रह चुके हैं। लेकिन हेमंत के सहयोगी का नाम ज़मीन घोटाला मामले में आया था। उन पर 8.36 एकड़ ज़मीन के कागजात में छेड़छाड़ का भी आरोप था। इस सिलसिले में ED ने हेमंत को दस समन भेजे थे, जिनमें से उन्होंने आठ का जवाब नहीं दिया। इसके बाद ED ने 31 जनवरी को रांची पहुंची और कई घंटों तक पूछताछ करने के बाद हेमंत को गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी से पहले उन्होंने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया था।
उनके बाद चंपई सोरेन ने झारखंड के मुख्यमंत्री का पद संभाला था। आपको बता दें, चंपई सोरेन को प्रॉक्सी मुख्यमंत्री भी माना जा रहा था, जब हेमंत जेल से वापस आएंगे तो वे अपना पद संभालेंगे और हुआ भी वही, पांच महीने जेल में रहने के बाद उन्हें जमानत मिल गई और रिहा होने के दूसरे दिन ही चंपई सोरेन ने इस्तीफा दे दिया। इस्तीफे के बाद चंपई सोरेन ने भी पुष्टि की कि हेमंत सोरेन के वापस आने के बाद गठबंधन ने यह फैसला लिया है।
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Jharkhand के नए मुख्यमंत्री ने अपने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर 5 मिनट का वीडियो शेयर कर अपने समर्थकों को संदेश दिया-“5 महीने पहले सत्ता के नशे में चूर अहंकारी लोगों ने मुझे चुप कराने की कोशिश की थी। आज झारखंडियों का जनमत फिर से उठ खड़ा होगा। जय झारखंड! जय हिंद!”