Jharkhand Assembly Elections : पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन के भाजपा में शामिल होने के बाद झामुमो ने कोल्हान में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन इस दौरान पांच बार कोल्हान का दौरा कर चुके हैं। इस दौरान उन्होंने सभाओं को संबोधित किया। इन सभाओं के जरिए उन्होंने झामुमो समर्थकों और कार्यकर्ताओं को एकजुट रहने का संदेश दिया विधानसभा में कोल्हान प्रमंडल का चुनावी लक्ष्य तय किया गया।
मय्या सम्मान यात्रा से वोट बैंक साधने को कोशिश। Jharkhand Assembly Elections
इसके साथ ही गम्हरिया, चाईबासा, घाटशिला, डोबो, बालीगुमा में सभाओं को संबोधित किया। हर सभा में हेमंत ‘भाजपा के मिल क्या’ के जवाब में ‘दिया क्या’ पूछ रहे हैं। योजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन भी जोर-शोर से कर रहे हैं। इसके साथ ही कल्पना सोरेन ने मैयां सम्मान यात्रा के जरिए भी झामुमो के वोट बैंक को साधने की कोशिश की। वहीं, सरायकेला में झामुमो के कई ऐसे नेता थे, जो चंपई के कारण सामने नहीं आ पा रहे थे, वे भी झामुमो के लिए खुलकर काम करने लगे हैं।
कोल्हान फतह करने के लिए झामुमो ने पूरी ताकत झोंक दी है।
बता दें कि कोल्हान में भाजपा के पास एक भी सीट नहीं है। ऐसे में चंपई के भाजपा में शामिल होने के बाद सभी विधायकों को लगातार कार्यक्रम आयोजित कर राजनीति में खालीपन तलाशने का निर्देश दिया गया है। राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं को लोगों तक पहुंचाया जा रहा है। मुख्यमंत्री से लेकर कल्पना सोरेन व अन्य विधायक नेता भाजपा पर राज्य को तोड़ने का आरोप लगा रहे हैं। एक तरह से कहा जा सकता है कि कोल्हान फतह करने के लिए झामुमो ने पूरी ताकत झोंक दी है।
वे मुख्यमंत्री हैं और कहीं भी जा सकते हैं: चंपई। Jharkhand Assembly Elections
पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन से जब मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के कोल्हान दौरे के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वे मुख्यमंत्री हैं तो कहीं भी जा सकते हैं। कहां, कब और कितनी बार जाना है, यह मुख्यमंत्री का अधिकार है। इस बारे में कुछ खास कहने की जरूरत नहीं है। जनता सब देख रही है।