Jammu Kashmir : जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने पिछले सप्ताह पदभार ग्रहण करने के बाद पहली बार दिल्ली की अपनी यात्रा के दौरान गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। मुख्यमंत्री द्वारा राज्य मंत्रिमंडल द्वारा पारित एक प्रस्ताव सौंपे जाने की उम्मीद है। इसमें केंद्र से जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करने का आग्रह किया गया है। जम्मू-कश्मीर में हाल ही में हुए विधानसभा चुनावों में अब्दुल्ला की पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस ने 90 विधानसभा सीटों में से 42 सीटें जीतकर अपनी सरकार बनाई है। पार्टी ने चुनावों में कांग्रेस के साथ गठबंधन किया था।
जम्मू कश्मीर के राज्य दर्जे को बहाल करने का किया आग्रह। Jammu Kashmir
उमर अब्दुल्ला के नेतृत्व वाली जम्मू-कश्मीर की नई सरकार ने अपनी पहली कैबिनेट बैठक में एक प्रस्ताव पारित कर केंद्र सरकार से जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करने का आग्रह किया है। बाद में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने प्रस्ताव को मंजूरी दे दी। कैबिनेट की मंजूरी के बाद मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला को जम्मू-कश्मीर का राज्य का दर्जा बहाल करने के लिए पैरवी करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्र सरकार से बातचीत करने का अधिकार दिया गया है।
30 मिनट तक चली अमित शाह के साथ बैठक। Jammu Kashmir
आपको बता दें कि उमर अब्दुल्ला ने बुधवार को गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की और राज्य से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की उमर अब्दुल्ला ने गृह मंत्री अमित शाह के साथ करीब 30 मिनट तक बैठक की। बाद में जम्मू-कश्मीर के सीएम ने कहा कि यह एक शिष्टाचार मुलाकात थी, जिसके दौरान उन्होंने शाह को जम्मू-कश्मीर की स्थिति से अवगत कराया और राज्य का दर्जा बहाल करने के मुद्दे पर भी चर्चा की।
गंदरबल हमले को लेकर दिल्ली पहुंचे थे उमर अब्दुल्ला।
अब्दुल्ला कुछ दिन पहले जम्मू-कश्मीर के गंदेरबल जिले के गंगगीर इलाके में हुए बड़े आतंकी हमले के बाद बुधवार को दिल्ली पहुंचे थे। गंदेरबल जिले में हुए आतंकी हमले में एक डॉक्टर समेत 7 लोगों की मौत हो गई थी। आपको बता दें कि साल 2019 में जम्मू-कश्मीर के केंद्र शासित प्रदेश बनने के बाद से पुलिस बल केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकार क्षेत्र में आता है।