भारत के बाद अब अफ़ग़ानिस्तान रोकेगा पाकिस्तान का पानी!

Afghanistan and Pakistan flags with a river in the background symbolizing a water sharing dispute

अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच तनाव नई ऊंचाई पर पहुंच गया है। तालिबान सरकार ने कुनार नदी का पानी मोड़ने का ऐलान कर दिया, जो पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा और पंजाब प्रांतों में पानी की सप्लाई को प्रभावित करेगा। (Afghanistan Kunar River Diversion) तालिबान के प्रवक्ता ने कहा, “कुनार नदी अफगानिस्तान की है, हमारा पूरा हक है। हम डैम बनाकर पानी मोड़ेंगे, कोई रोक नहीं सकता।” (Taliban Statement Kunar River) ये फैसला पाकिस्तान के साथ बढ़ते बॉर्डर टेंशन और पानी के विवाद के बीच आया है। पाकिस्तान ने इसे ‘युद्ध जैसा कदम’ बताया, जबकि अफगानिस्तान ने कहा कि ये उनका राष्ट्रीय हित है। क्या ये पानी का युद्ध शुरू हो गया? आइए, स्टेप बाय स्टेप जानें पूरा मामला।

पानी का अधिकार और तालिबान का प्लान

Kunar River Dispute Background: कुनार नदी अफगानिस्तान के पूर्वी प्रांत से निकलकर पाकिस्तान में चितराल और खैबर पख्तूनख्वा में बहती है, जहां ये काबुल नदी में मिलती है। (Kunar River Geography) अफगानिस्तान हमेशा दावा करता रहा है कि नदी का ऊपरी हिस्सा उसका है, इसलिए पानी मोड़ने का हक है। तालिबान ने अब बड़ा डैम बनाने की योजना बनाई है, जो पानी को अफगानिस्तान में ही रोकेगा। (Taliban Dam Plan Kunar) तालिबान के जल संसाधन मंत्रालय ने कहा, “ये प्रोजेक्ट अफगानिस्तान के लिए जरूरी है, हम सिंचाई और बिजली के लिए पानी इस्तेमाल करेंगे।” (Afghanistan Water Rights Claim) पाकिस्तान में ये नदी चितराल और स्वात जैसे इलाकों की लाइफलाइन है।

पाकिस्तान का रिएक्शन: ‘युद्ध जैसा कदम’,

Pakistan Reaction Kunar Diversion: पाकिस्तान ने तालिबान के फैसले पर कड़ी आपत्ति जताई। विदेश मंत्रालय ने कहा, “ये एकतरफा कदम अंतरराष्ट्रीय जल संधियों का उल्लंघन है।” (Pakistan Protest Afghanistan Water) पाकिस्तानी मीडिया ने इसे ‘पानी का युद्ध’ बताया, और कहा कि इससे लाखों एकड़ जमीन बंजर हो सकती है। (Pakistan Water War Fear) पाकिस्तान ने तालिबान से बातचीत की मांग की, लेकिन तालिबान ने साफ इनकार कर दिया। बॉर्डर पर तनाव पहले से है – TTP हमलों और ड्रोन स्ट्राइक्स से। (Pakistan Taliban Border Tension)

तालिबान का स्टैंड: ‘हमारा पानी, हमारा फैसला’

तालिबान प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने कहा, “कुनार नदी अफगानिस्तान से निकलती है, हमारा पूरा अधिकार है। पाकिस्तान ने सालों से हमारा पानी इस्तेमाल किया, अब हम अपना हक लेंगे।” (Taliban Kunar River Right) तालिबान ने डैम प्रोजेक्ट को ‘राष्ट्रीय विकास’ का हिस्सा बताया, जो बिजली और सिंचाई देगा। अफगानिस्तान में सूखा और जल संकट है, इसलिए ये कदम जरूरी बताया जा रहा है। (Afghanistan Drought Water Crisis)

अंतरराष्ट्रीय असर: इंडस वॉटर ट्रीटी पर सवाल

International Impact Kunar River: कुनार नदी इंडस बेसिन का हिस्सा है, जो इंडस वॉटर ट्रीटी से जुड़ा है। पाकिस्तान ने भारत पर भी पानी रोकने का आरोप लगाया है, अब अफगानिस्तान का कदम नया टेंशन। (Indus Water Treaty Impact) विशेषज्ञों का कहना है कि ये रीजनल वॉटर वॉर को बढ़ावा दे सकता है। अफगानिस्तान ने कहा कि वो किसी संधि से बंधा नहीं है। (Afghanistan No Treaty Bound)

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