About Nawazuddin Siddiqui In Hindi: नवाजुद्दीन सिद्दीकी बॉलीवुड के दमदार अभिनय करने वाले अभिनेताओं में शुमार हैं। सामान्य कद-काठी और रूप-रंग के बावजूद भी वह सिनेमा में खुद को प्रूव करने में सफल रहे। हालांकि यह सफलता उन्हे बहुत देर से मिली, क्योंकि कैरियर की शुरुआत में उन्हें बहुत ही छोटे-मोटे रोल करने को मिलते थे, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी और एक दिन सफल हो गए। 19 मई को अभिनेता अपना 51वां जन्मदिन मना रहे हैं। आइए जानते हैं उनके बारे में कुछ विशेष बातें।
उत्तरप्रदेश के एक छोटे से गाँव में हुआ जन्म
नवाजुद्दीन सिद्दीकी का जन्म उत्तरप्रदेश के मुजफ्फरपुर के बुढ़ाना में 19 मई 1974 को हुआ था। उनका परिवार एक मुस्लिम जमींदार परिवार था, अपने 8 भाई-बहनों में वह सबसे बड़े थे। उनकी प्रारंभिक पढ़ाई बुढ़ाना कस्बे में हुई। आगे की पढ़ाई के लिए वह उत्तराखंड चले गए।
केमेस्ट्री से की पढ़ाई
उन्होंने अपनी ग्रेजुएशन केमेस्ट्री विषय के साथ हरिद्वार स्थित गुरुकुल काँगड़ी विश्वविद्यालय से की। और केमिस्ट के तौर पर कुछ दिनों तक गुजरात के वड़ोदरा शहर में काम भी किया। आगे काम की तलाश में वह दिल्ली आ गए। यहाँ पर भी काम करने लगे।
एनएसडी से पढ़ाई और मुंबई का सफर
दिल्ली में रहने के दौरान ही उन्हें एक्टिंग का चस्का लगा। वहीं रहकर वह थियेटर करने लगे। इसके बाद ही उन्होंने 1996 में नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा में एडमिशन ले लिया। वहाँ से पासआउट होने के बाद वह अपने सपनों को पूरा करने के लिए मुंबई चले गए, लेकिन मुंबई में सफर बिल्कुल भी आसान नहीं था।
अभिनय कैरियर की शुरुआत
मुंबई में आकर उन्हें बहुत संघर्ष करना पड़ा और 1999 में पहली फिल्म मिली सरफ़रोश, जिसमें उन्होंने छोटा सा मुखबिर का रोल मिला। जिसे भी शायद तब नोटिस भी नहीं किया गया हो। उनको उसी वर्ष एक और फिल्म शूल भी मिली जिसमें उन्होंने वेटर का किरदार निभाया था। 2003 में उन्हें राजकुमार हिरानी की संजय दत्त अभिनीत फिल्म मुन्नाबाई एमबीबीएस में भी एक चोर का छोटा सा किरदार निभाने का अवसर मिला, लेकिन इस फिल्म में उन्हें पहली बार नोटिस किया गया। इसके साथ ही वह कई फिल्मों में छोटे-मोटे रोल निभाते रहे।
साल 2012 उनके कैरियर टर्निंग पॉइंट
लेकिन साल 2012 उनके कैरियर के लिए टर्निंग पॉइंट साबित हुआ। इस वर्ष उनकी फिल्म कहानी और गैंग्स ऑफ वासेपुर रिलीज हुईं थीं। इन फिल्मों की सफलता और इनमेनूनके अभिनय को दर्शकों और समीक्षकों द्वारा खासा पसंद किया गया। इन फिल्मों की सफलता के बाद उन्होंने पीछे मुड़ के नहीं देखा। और तलाश, द लंचबॉक्स, किक, बजरंगी भाईजान, मांझी- द माउंटेन मैन, बदलापुर, रमन राघव जैसी कई फिल्मों में अपने अभिनय का लोहा मनवाया।
टीवी में भी कर चुके हैं काम
फिल्मों में सफल ना होने के बाद नवाजुद्दीन सिद्दीकी छोटे-परदे पर अभिनय करना चाहते थे। लेकिन उनको वहाँ काम नहीं मिल सका। हालांकि 2001 में उन्होंने सीआईडी में एक एपीसोडिक रोल किया था। इसके अलावा वह नेटफ्लिक्स की सुपरहिट सेक्रेड गेम्स सीरीज में भी काम किया था।
अभिनय के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार भी मिल चुका है
अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी को अपने दमदार अभिनय के लिए कई फिल्म पुरस्कार मिले हैं। जिनमें से राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार भी है। 2012 में उन्हें तलाश, कहानी, गैंग्स ऑफ वासेपुर और देख इंडियन सर्कस फिल्म के लिए जूरी का स्पेशल राष्ट्रीय फिल्म फिल्म पुरस्कार मिला है। जबकि फिल्मफेयर में उन्हें विभिन्न श्रेणियों में 6 फिल्मफेयर नॉमिनेशन मिला है और 2013 की फिल्म द लंचबॉक्स के लिए बेस्ट सहायक अभिनेता यक फिल्मफेयर पुरस्कार मिला है।
कई लड़कियों से संबंध
नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने अपने गाँव की ही एक अंजली नाम की लड़की से प्रेम विवाह किया था, जिससे उन्हें एक बेटा और एक बेटी है। शादी के बाद अंजली ने अपना नाम आलिया सिद्दीकी रख लिया था। लेकिन दोनों 2009 से ही अलग हो गए थे, 2020 में उनकी पत्नी ने उनसे तलाक लेने की बात की थी। इसके अलावा नवाजुद्दीन सिद्दीकी कुछ समय तक पूर्व मिस इंडिया निहारिका सिंह और अभिनेत्री सुनीता राजवर के साथ भी रिलेशन में रहे। निहारिका सिंह ने बाद में उन पर यौन शोषण का भी आरोप लगाया था।