Action on running private books instead of NCERT in Satna: सतना में एनसीईआरटी की बजाय प्राइवेट पब्लिकेशन की किताबें चलाने वाले स्कूलों पर प्रशासन ने सख्त कार्रवाई की है। कलेक्टर डॉ. सतीश कुमार एस ने 17 प्राइवेट स्कूलों पर 36 लाख रुपए का जुर्माना लगाया है।
कलेक्टर ने सभी स्कूलों को 7 दिन में जुर्माने की राशि जिला शिक्षा विभाग के खाते में जमा करने और पालन प्रतिवेदन प्रस्तुत करने का आदेश दिया है। बतादें कि अभिभावकों की शिकायतों के बाद कलेक्टर ने दो जांच टीमें गठित की थीं। एक टीम का नेतृत्व एसडीएम राहुल सिलाडिया और दूसरी का एसडीएम स्वप्निल वानखेड़े कर रहे थे। शिक्षा विभाग की अलग टीम में डीईओ, एडीपीसी आलोक सिंह और मान्यता प्रभारी राजीव अर्गल शामिल थे। डीईओ टीपी सिंह ने बताया कि स्कूलों से मांगी गई किताबों की चेक लिस्ट का पोर्टल से मिलान किया गया। जांच में पाया गया कि कोई भी स्कूल एनसीईआरटी की किताबें नहीं चला रहा था। साथ ही स्कूल यूनीफॉर्म और अन्य शैक्षणिक सामग्री खरीदने का दबाव भी बना रहे थे।
इन स्कूलों पर लगा जुर्माना
जानकारी के मुताबिक जिन स्कूलों को दंडित किया गया है, उनमें माउंट लेट्रा जी, ब्लूम्स एकेडमी, सेंट माइकल, एकेडमिक हाइट्स, द विट्स स्कूल, डी पॉल स्कूल, प्रियाम्बदा बिरला, चाणक्य पब्लिक, क्राइस्ट ज्योति, बोनांजा कान्वेंट, दिल्ली पब्लिक, सीएमए, भारतीय विद्या भवन, सदगुरु पब्लिक और स्वामी विवेकानंद पब्लिक स्कूल पर 2-2 लाख रुपए का जुर्माना लगाया गया है। जबकि गुरुकुलम उच्चतर माध्यमिक विद्यालय टिकुरिया टोला पर 4 लाख का अर्थदंड लगा है।