Jabalpur Rape Case: घटना वाले दिन आरोपी बच्ची को अकेला पाकर शादी में साथ ले जाने के बहाने गांव के बाहर ले गया और रेप करने के बाद उसे वापस किराना दुकान के पास छोड़कर भाग गया। घटना के बाद से बच्ची डरी-सहमी थी। शुक्रवार देर रात पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया गया, जिसे कि शनिवार को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
Jabalpur News: जबलपुर के मझगवां थाना क्षेत्र में 27 अप्रैल को 4 साल की मासूम का अपहरण कर रेप करने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी का नाम कमलेश लोधी बताया जा रहा है, जो बच्ची के गांव का ही रहने वाला है। घटना वाले दिन आरोपी बच्ची को अकेला पाकर शादी में साथ ले जाने के बहाने गांव के बाहर ले गया और रेप करने के बाद उसे वापस किराना दुकान के पास छोड़कर भाग गया। घटना के बाद से बच्ची डरी-सहमी थी। शुक्रवार देर रात पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया गया, जिसे कि शनिवार को कोर्ट में पेश कर जेल भेज दिया गया है।
आरोपी को बड़ा भाई बोलती थी
घटना वाले दिन गांव में बारात आई थी। सभी बारात में शामिल होने जा रहे थे, इस बीच बच्ची भी जाने की जिद की तो मां ने उसे तैयार करके घर के बाहर बैठा दिया और कहा कि थोड़ी देर बाद साथ में चलते है। इसके बाद बच्ची की मां घर के अंदर काम करने लगी, तभी बच्ची अकेली ही समारोह में चली गई, रास्ते में आरोपी, बच्ची को मिल गया। बच्ची ने आरोपी से कहा कि भैया मैं शादी में जा रही हूं, इसके बाद कमलेश ने बच्ची को दो टॉफी दी और गोद में उठाकर गांव से बाहर ले गया, इसके बाद उसने बच्ची से रेप किया। बाद में वह उसे किराना दुकान के पास छोड़कर फरार हो गया।
बच्ची के कपड़े खून से सने थे
घटना के बाद बच्ची रोते हुए घर पहुंची तो लहूलुहान हालत उसे देखकर मां तुरंत समझ गई कि उसके साथ कुछ गलत हुआ है। मासूम के कपड़े खून से सने थे। वह एक हाथ में टॉफी ली हुई थी। अगले दिन बच्ची को लेकर माता-पिता मझगवां थाने पहुंचे और पुलिस को घटना की जानकारी दी।
परिजन की शिकायत के बाद पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ रेप और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज कर उसकी तलाश शुरू कर दी। गांव में सीसीटीवी कैमरा ना होने की वजह से पुलिस के लिए आरोपी चुनौती बन चुका था, लेकिन मझगंवा थाना पुलिस ने गांव में डेरा डाला और आरोपी की तलाश शुरू कर दी।
15 लोगों की फोटो बच्ची को दिखाई
एसडीओपी पारुल शर्मा ने बच्ची की मां की मौजूदगी में जब प्यार से पूछा तो वह सिर्फ एक बात बोल रही थी कि बड़ा भैया, बच्ची उसका नाम-पता नहीं जानती थी। करीब 15 से अधिक लोगों को पुलिस ने अभिरक्षा में लिया गया। करीब 12 से 15 लोगों की फोटो एसडीओपी ने बच्ची को दिखाई।
आरोपी की फोटो देखते ही सहम गई मासूम
एसडीओपी पारुल शर्मा ने जैसे ही आरोपी कमलेश की फोटो बच्ची को दिखाई तो वह एकदम से सहम गई और रोने लगी। बच्ची के इशारे को भांपते हुए एसडीओपी ने तुरंत कमलेश लोधी को हिरासत में लिया। पुलिस पूछताछ में आरोपी पहले खुद को घटना वाले दिन गांव से बाहर होना बताया, लेकिन सख्ती से पूछताछ करने पर आरोपी टूट गया, और उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया। आरोपी ने बताया कि रात के अंधेरे में वह उसे टॉफी का लालच देकर ले गया था।
छेड़खानी के आरोप में पिटा था आरोपी
एएसपी सूर्यकांत शर्मा ने बताया कि बच्ची के साथ घिनौना कृत्य करने वाले आरोपी तक पहुंचना चुनौती भरा था। उन्होंने बताया कि दो साल पहले भी आरोपी कमलेश ने गांव की ही एक बच्ची के साथ छेड़छाड़ की थी, जिसके चलते ग्रामीणों ने उसकी जमकर पिटाई भी की थी, शिकायत न होने के चलते मामला पुलिस तक नहीं पहुंचा।