रीवा। मध्यप्रदेश से उत्तर प्रदेश को जोड़ने वाली मनगंवा-प्रयागराज हाईवें मार्ग पर स्थित सोहागी घाटी में हादसों पर लगाम लगाने के लिए रीवा पुलिस ने एक नई पहल शुरू किया है। जिससे वहा निकलने वाले वाहन चालक बढ़ते हादसों को लेकर सचेत हो जाए और वे सोहागी घाटी में वाहन निकालने के दौरान अलर्ट रहें। चालकों की सर्तकता से घाटी में होने वाले हादसों पर लगाम लगेगी और जान-माल की सुरक्षा हो सकेगी।
खतरनाक स्पाट पर एक्सीडेंटल गाड़िया दे रही संकेत
सोहागी घाटी में यू तो अंधे मोड़ और उतार-चढ़ाव है, लेकिन घाटी में दो खतरनाक ब्लैक स्पॉट चिन्हित किए गए है। ऐसे स्थानों पर रीवा पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह के निर्देश पर सोहागी पुलिस ने एक्सीडेंटल गाड़िया लटकाई गई है। पुलिस का यह प्रयोग है कि वाहन चालक ऐसे वाहनों को देखकर सुरक्षित वाहन ड्राइविंग के लिए अलर्ट होगे। जो भी वाहन चालक वहां से निकले उन्हे एहसास हो कि थोड़ी सी लापरवाही बड़ी जानलेवा साबित हो सकती है। एडिशन एसपी आरती सिंह ने बताया कि एक्सीडेंटल गाड़िया संकेत के रूप में लगाई गई है। जिससे वाहन चालक सीख ले सकें। इसके साथ ही संकेतक चिन्ह और बोर्ड भी लगाए जा रहे है।
8 किलोमीटर लंबी है घाटी
नेशनल हाईवें क्रमांक-30 पर स्थित सोहागी घाटी तकरीबन 8 किलोमीटर लंबी है। घाटी में जिस तरह के हादसे सामने आ रहे है, वे हादसे रीवा को झकझोर देने वाले रहे है। एक जानकारी के तहत 2019 से 2024 के बीच यहां 75 से ज्यादा भीषण हादसे हुए, जिनमें 72 से अधिक लोगों ने अपनी जान गवाई है। इस घाटी में नागपुर से प्रयागराज जा रही बस हादसों ने दो राज्यों को झकझोर दिया था। तो वही हाल ही में प्रयागराज से मउगंज जा रहे ऑटो के उपर सीमेंट लोड ट्रक पलट गया और ऑटों में बैठे लोगों की दर्दनाक मौत हो गई थी, चूकि यूपी के प्रयागराज त्रिवेणी संगम से लगा हुआ क्षेत्र है। जिसके चलते सोहगी घाटी में हर समय वाहनों का दबाब रहता है।
घाटी का बदलेगा स्वरूप
बढ़ती दुर्घटनाओं को देखते हुए रीवा कलेक्टर प्रतिभा पाल संबधित अधिकारियों के साथ सोहगी घाटी का दौरा भी की थी। इस दौरान अधिकारियों ने गंभीर हादसों वाले स्थानों को चिन्हित करके उक्त स्थान पर तकनीकी विशेषज्ञों एवं इंजीनियरों की मदद से बदलाव किए जाने के लिए कार्ययोजना भी बनाई है।