DUSU Election Results : दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव के नतीजों पर रोक लगा दी है। इस संबंध में एबीवीपी के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल चुनाव परिणामों में हो रही देरी पर अपनी चुप्पी तोडी और बोले कि दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव के नतीजे जल्द घोषित किए जाने चाहिए। छात्रों का प्रतिनिधित्व जरूरी है। छात्र संघ शिक्षा क्षेत्र और युवाओं के मुद्दों को उठाने का सशक्त माध्यम रहा है। उन्होंने कहा कि हमारी पांच मांगें हैं। हम हाईकोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं।
एबीवीपी ने कहा कि इस एकतरफा फैसले की समीक्षा होनी चाहिए।DUSU Election Results
एबीवीपी के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ला ने कहा कि चुनाव नतीजों पर रोक लगाने से पहले हाईकोर्ट ने दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव लड़ रहे किसी भी दल और प्रत्याशी से कुछ नहीं पूछा। किसी को किसी तरह का कोई नोटिस भी नहीं दिया गया। यह एकतरफा फैसला है। इसकी एक बार समीक्षा होनी चाहिए। दूसरी मांग यह है कि अगर पूरे चुनाव को एक तरह से देखा जाए तो चुनाव सुधार की जरूरत है, ताकि छात्रों की लामबंदी और छात्र संघ चुनाव को थोड़ा और प्रभावी और प्रासंगिक बनाया जा सके।
बार काउंसिल चुनाव के दौरान डीयू में पोस्टर क्यों लगाए जाते हैं।DUSU Election Results
तीसरी मांग करते हुए याज्ञवल्क्य शुक्ला ने कहा कि कई लोग छात्र संघ चुनाव को नकारात्मक प्रचार के तौर पर दिखाने की कोशिश करते हैं। उन्होंने कहा कि मैं एक सवाल पूछना चाहता हूं कि जब बार काउंसिल के चुनाव होते हैं तो दिल्ली विश्वविद्यालय में पोस्टर क्यों लगाए जाते हैं? उस समय आवाज कहां चली जाती है ? जब दिल्ली विश्वविद्यालय में होर्डिंग लगाए जाते हैं तो उस समय पर्चे भी उड़ते होंगे। इसलिए हाईकोर्ट को इस पर गहराई से गौर करना चाहिए।
गलत को सही करने की कोशिश करें न कि उसे खत्म करने की।DUSU Election Results
इसके बाद याज्ञवल्क्य शुक्ला ने कहा कि जब दिल्ली विश्वविद्यालय के चुनाव हो चुके हैं तो उसके नतीजे बिना किसी देरी के सार्वजनिक किए जाने चाहिए, क्योंकि यह छात्रों का लोकतांत्रिक व्यवस्था में विश्वास बहाल करने की प्रक्रिया है। दिल्ली विश्वविद्यालय प्रशासन से पांचवां महत्वपूर्ण सवाल यह है कि अगर कुछ गलत है तो उसे रोकने का प्रयास किया जाना चाहिए। उसे खारिज करने की कोई प्रक्रिया नहीं होनी चाहिए।
एबीवीपी के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा कि रिजल्ट रोकना अस्वीकार्य।
उन्होंने कहा कि आज हाईकोर्ट ने दिल्ली विश्वविद्यालय को लेकर जो सख्त टिप्पणी की है, उसमें सुधार होना चाहिए। हमें भी लगता है कि कुछ चीजें गलत हैं और उन्हें रोका जाना चाहिए। रिजल्ट रोकना स्वीकार्य नहीं है।