AAP’s Protest Against E rickshaw Ban Today: इस रैली में बड़ी संख्या में ई-रिक्शा चालक शामिल हुए। रैली जिंसी धर्म कांटा से शुरू होकर जहांगीराबाद रूट होते हुए कलेक्टर कार्यालय तक पहुंची। प्रदर्शन के कारण जहांगीराबाद चौराहा, जिंसी रोड और सबन चौराहा सहित आसपास के इलाकों में करीब डेढ़ घंटे तक भारी ट्रैफिक जाम रहा। इससे स्थानीय लोगों, स्कूल और ऑफिस जाने वाले नागरिकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
AAP’s Protest Against E rickshaw Ban Today: राजधानी भोपाल में ई-रिक्शा चालकों पर लगाए गए प्रतिबंधों के विरोध में आम आदमी पार्टी (आप) की जिला इकाई ने गुरुवार को ‘रिक्शा रैली’ का आयोजन किया। इस रैली में बड़ी संख्या में ई-रिक्शा चालक शामिल हुए। रैली जिंसी धर्म कांटा से शुरू होकर जहांगीराबाद रूट होते हुए कलेक्टर कार्यालय तक पहुंची।
प्रदर्शन के कारण जहांगीराबाद चौराहा, जिंसी रोड और सबन चौराहा सहित आसपास के इलाकों में करीब डेढ़ घंटे तक भारी ट्रैफिक जाम रहा। इससे स्थानीय लोगों, स्कूल और ऑफिस जाने वाले नागरिकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। ट्रैफिक पुलिस यातायात को सुचारु करने में जुटी रही। आप के प्रदेश मीडिया प्रभारी मिन्हाज आलम ने कहा, “यह सिर्फ ट्रैफिक का मसला नहीं, बल्कि हजारों ई-रिक्शा चालकों की आजीविका का सवाल है। बिना वैकल्पिक व्यवस्था के मुख्य मार्गों से ई-रिक्शा हटाना अन्यायपूर्ण है।”
प्रतिबंध और ट्रायल फेज
भोपाल में वर्तमान में करीब 11,000 ई-रिक्शा संचालित हैं, जिनमें से अधिकांश के पास परमिट नहीं है। ट्रैफिक पुलिस ने लिंक रोड नंबर-1, वीआईपी रोड और बोट क्लब पर ई-रिक्शा की आवाजाही पर रोक लगा दी है। यह प्रतिबंध 23 जुलाई से एक सप्ताह के ट्रायल फेज के तौर पर लागू किया गया है। अधिकारियों का कहना है कि इस दौरान ट्रैफिक पर प्रभाव का अध्ययन कर स्थायी रूट चार्ट तैयार किया जाएगा।
ट्रैफिक पुलिस ने स्पष्ट किया कि ई-रिक्शा का उद्देश्य कॉलोनियों से सिटी बस स्टॉप तक कनेक्टिविटी प्रदान करना था, लेकिन ये अब मुख्य मार्गों पर चल रहे हैं, जिससे यातायात बाधित हो रहा है। शासन ने ई-रिक्शा को परमिट से छूट दी है, लेकिन संचालन के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देशों की कमी के कारण असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
ई-रिक्शा की बढ़ती संख्या
पिछले कुछ वर्षों में भोपाल में ई-रिक्शा की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है: 2022-23: 2,541 ई-रिक्शा पंजीकृत
2023-24: 3,129 ई-रिक्शा
2024-25 (अब तक): 3,057 ई-रिक्शा
प्रशासन का कहना है कि ट्रायल फेज के बाद ट्रैफिक व्यवस्था और चालकों की आजीविका को संतुलित करने के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे।