Haryana Assembly Elections Result : हरियाणा विधानसभा चुनाव के नतीजे अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली आम आदमी पार्टी (आप) के लिए झटका हैं। क्योंकि पार्टी एक भी सीट नहीं जीत पाई। हालात ये हैं कि हरियाणा की 90 में से 88 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली आम आदमी पार्टी की 87 सीटों पर जमानत जब्त हो गई। पार्टी की प्रदेश इकाई के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अनुराग ढांडा को भी कलायत सीट से बड़ी हार का सामना करना पड़ा। कैथल जिले की कलायत सीट से कांग्रेस के विकास सहारण ने जीत दर्ज की। दरअसल, आम आदमी पार्टी ने केजरीवाल को ‘हरियाणा का लाल’ बताते हुए उनके नाम पर वोट मांगे।
आप का कोई भी उम्मीदवार कड़ी टक्कर नहीं दे सका। Haryana Assembly Elections Result
चुनाव आयोग के आंकड़ों के मुताबिक, राज्य की 90 विधानसभा सीटों में से किसी पर भी आप का कोई भी उम्मीदवार कड़ी टक्कर नहीं दे सका। दिल्ली और पंजाब की सत्ता पर काबिज आप को इस साल की शुरुआत में हुए लोकसभा चुनाव में भी हरियाणा में कोई चुनावी सफलता नहीं मिली थी। कांग्रेस से गठबंधन की बातचीत विफल होने के बाद आप ने विधानसभा चुनाव अकेले लड़ा था।
नवीन जिंदल ने केजरीवाल को हरियाणा का लाल बताया। Haryana Assembly Elections Result
इस साल के लोकसभा चुनाव में केजरीवाल की पार्टी ने कांग्रेस के साथ गठबंधन करके कुरुक्षेत्र संसदीय सीट पर चुनाव लड़ा था। आप के प्रदेश अध्यक्ष सुशील गुप्ता भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नवीन जिंदल से करीब 29,000 वोटों से हार गए। आम आदमी पार्टी ने केजरीवाल को ‘हरियाणा का लाल’ कहा और उनके नाम पर वोट मांगे। पार्टी ने घरेलू उपभोक्ताओं के लिए मुफ्त और 24×7 बिजली, सरकारी स्कूलों और अस्पतालों का कायाकल्प, मुफ्त और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा, मोहल्ला क्लीनिक की स्थापना और महिलाओं के लिए 1,000 रुपये प्रति माह समेत कई गारंटियों की घोषणा की थी।
अगर केजरीवाल जेल से बाहर होते तो आंकड़े कुछ और होते। Haryana Assembly Elections Result
हरियाणा चुनाव प्रचार के दौरान अरविंद केजरीवाल ने कहा था कि अगर वह तीन-चार महीने पहले जेल से बाहर आ जाते तो चुनाव के बाद उनकी पार्टी राज्य में सरकार बनाती। उन्होंने दावा किया था कि हरियाणा में बनने वाली कोई भी सरकार आम आदमी पार्टी के समर्थन से बनेगी। आबकारी नीति घोटाले से जुड़े सीबीआई मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद केजरीवाल 13 सितंबर को तिहाड़ जेल से रिहा हुए थे। वे पांच महीने तक जेल में रहे।
हरियाणा में आम आदमी पार्टी को शुरू से ही निराशा का सामना करना पड़ा।
आप ने 2014 के लोकसभा चुनाव में राज्य की सभी 10 संसदीय सीटों पर चुनाव लड़ा था, लेकिन हार गई थी। 2019 के संसदीय चुनाव में आप ने जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) से हाथ मिलाया और फरीदाबाद, करनाल और अंबाला तीन सीटों पर उम्मीदवार उतारे, लेकिन उसे कोई सफलता नहीं मिली। 2019 के विधानसभा चुनाव में आप ने 46 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ा और एक भी जीत दर्ज नहीं कर पाई।