A woman who went to bathe in a mine on Teej festival in Rewa died by drowning: रीवा। चोरहटा थाना क्षेत्र के ग्राम मरहा में तीज त्योहार के मौके पर एक दुखद घटना ने पूरे क्षेत्र को झकझोर दिया। 60 वर्षीय श्यामवती यादव की जेपी कंपनी की खदान में भरे पानी में नहाने के दौरान डूबने से मौत हो गई। यह हादसा उस समय हुआ जब श्यामवती सुबह करीब 9 बजे गांव के समीप स्थित खदान में नहाने गई थीं। परिजनों और स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर गहरा शोक और आक्रोश व्याप्त है, क्योंकि क्षेत्र में खुली खदानों के कारण ऐसी घटनाएं बार-बार हो रही हैं।
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मृतका के रिश्तेदार तेजभान यादव ने बताया कि श्यामवती को परिजनों ने खतरनाक खदान में नहाने से मना किया था, लेकिन वह अकेले चली गईं। दोपहर तक जब वह घर नहीं लौटीं, तो परिजनों ने उनकी तलाश शुरू की। खदान के किनारे उनके कपड़े मिलने पर डूबने की आशंका जताई गई। तत्काल पुलिस को सूचना दी गई, जिसके बाद चोरहटा पुलिस ने गोताखोरों की मदद से कड़ी मशक्कत के बाद श्यामवती के शव को खदान से बाहर निकाला। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया है।
तेजभान ने बताया कि क्षेत्र में जेपी कंपनी और अन्य खदानों में भरा पानी जानलेवा साबित हो रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि ऐसी खदानों को या तो बंद किया जाए या इनके आसपास सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाएं। पहले भी इस तरह के हादसे हो चुके हैं, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाए गए हैं। ग्रामीणों में इन खदानों के प्रति आक्रोश बढ़ता जा रहा है, क्योंकि ये न केवल पर्यावरण को नुकसान पहुंचा रही हैं, बल्कि लोगों की जान के लिए भी खतरा बन रही हैं।पुलिस ने मामले में मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
प्रारंभिक जांच में डूबने की वजह गहरे पानी में फिसलना बताया जा रहा है। पुलिस इस बात की भी पड़ताल कर रही है कि खदान में कोई सुरक्षा उपाय थे या नहीं। इस घटना ने प्रशासन और खदान संचालकों की लापरवाही पर गंभीर सवाल खड़े किए हैं।स्थानीय लोगों ने मांग की है कि खदानों को सुरक्षित करने के लिए तत्काल कदम उठाए जाएं, ताकि भविष्य में ऐसी दुखद घटनाओं को रोका जा सके। वहीं, श्यामवती के परिजनों ने प्रशासन से इस मामले में सख्त कार्रवाई की मांग की है। पुलिस का कहना है कि जांच पूरी होने के बाद उचित कानूनी कदम उठाए जाएंगे।