रीवा। धन्य है रीवा का शासन-प्रशासन जब ग्रामीण को सड़क तक मुहैया नही करा पा रहा है और ग्रामीण आवेदन पर आवेदन देते हुए थक हार कर वह मंगलवार को एक साथ पूरे आवेदनों के प्रति की माला पहनने के लिए मजबूर हो गया। रीवा जिले के जवा तहसील अंतर्गत गाढ़ा पंचायत निवासी धनेश सोनकर आवेदन पत्रों के प्रतियों की माला पहनकर कलेक्ट्रेट में लेट गया और सड़क एवं पुल की मांग करने लगा। धनेश ने बताया कि उसके गॉव में सड़क नही होने से हजारों लोगो का निकलना मुश्किल हो रहा है। वह लगातार सड़क एवं पुल की मांग कर रहा। उसने बताया कि सड़क मंजूर भी की गई लेकिन मिट्रटी डालकर सड़क छोड़ दी गई और बारिश के महीने में यह और समस्या बढ़ाएगी।
कौन खा गया सड़क
धनेश सोनकर की मांग है कि उनके गांव की सड़क कौन खा गया इसकी जांच की जाए। जो भी इस सड़क के लिए दोषी हो उसके खिलाफ प्रशासन सख्त कार्रवाई करें एवं ग्रामीणों के लिए सड़क का निर्माण कार्य करवाकर प्रशासन रास्ता दिलवाए। उसका कहना है कि एक सप्ताह में उसकी मांग पूरी नही होती है तो वह कलेक्टर कार्यालय में ही आकर आत्मदाह करेगा। उसके लिए अब कोई रास्ता नही है और शासन-प्रशासन की अनदेखी से आत्मदाह ही उसके लिए आखिरी रास्ता है।
हेलीकाप्टर की कर चुका है मांग
ज्ञात हो कि धनेश ने इसके पूर्व सड़क की मांग करने के लिए सीएम आवास तक पैदल यात्रा शुरू किया था, लेकिन अधिकारियों की समझाइस के बाद वह रूक गया। वह मुख्यमंत्री से मांग कर चुका है कि जब तक सड़क नही बनाई जाती है तब तक ग्रामीणों के आवागमन के लिए हेलीकाप्टर दिलवाए और सड़क बनने के बाद सीएम हेलीकाप्टर वापस बुला लें।