खट्टे-चटपटे स्वाद की सौगात : पारंपरिक सिंधी कढ़ी रेसिपी जो दिल जीत ले, A Tangy & Spicy Delight : Traditional Sindhi Kadhi Recipe That Wins Hearts

A Tangy & Spicy Delight : Traditional Sindhi Kadhi Recipe That Wins Hearts – भारतीय रसोई की विविधता में सिंधी कढ़ी एक खास और लाजवाब व्यंजन है जो स्वाद, पौष्टिकता और परंपरा तीनों को साथ लेकर आता है। यह डिश सिंधी समुदाय की सांस्कृतिक विरासत का अहम हिस्सा मानी जाती है। बेसन से बनी इस कढ़ी में विभिन्न मौसमी सब्ज़ियाँ, इमली की खटास और तड़के का तीखापन मिलकर एक ऐसा स्वाद पैदा करते हैं जो हर खाने के शौकीन को मंत्रमुग्ध कर दे। खास बात यह है कि सिंधी कढ़ी में दही नहीं बल्कि इमली का उपयोग होता है, जो इसे अन्य कढ़ियों से अलग और विशिष्ट बनाता है। इसे भात (चावल) या सिंधी पुलाव के साथ परोसकर घर पर भी रेस्टोरेंट जैसी थाली तैयार की जा सकती है।

सिंधी कढ़ी बनाने की आवश्यक सामग्री – Ingredients सामग्री मात्रा
बेसन –1/2 कप
टमाटर – (कटे हुए) 2
मिक्स सब्ज़िया – (भिंडी, आलू, गाजर, फूलगोभी) 1 कप
हल्दी पाउडर –स्वाद अनुसार
लाल मिर्च – पाउडर स्वाद अनुसार
राई (सरसों) – 1 टीस्पून
मेथी दाना – 1/2 टीस्पून
हींग 1 – चुटकी
पानी – 3-4 कप
तेल – 2 टेबलस्पून

सिंधी कढ़ी बनाने की विधि – Method
तड़के की शुरुआत करें – एक गहरे तले वाली कढ़ाई में तेल गरम करें। उसमें राई डालें, जब वह चटकने लगे तो मेथी दाना और हींग डालें।
बेसन भूनें – अब उसमें बेसन डालें और मध्यम आंच पर सुनहरा होने तक भूनें। इसमें लगातार चलाते रहें ताकि बेसन जले नहीं।
पानी और टमाटर मिलाएं – भुने हुए बेसन में धीरे-धीरे पानी मिलाते हुए अच्छी तरह चलाएं ताकि गांठें न बनें। फिर कटे टमाटर डालकर 5 मिनट पकाएं।
सब्ज़ियां और मसाले डालें – अब सारी कटी हुई सब्ज़ियाँ, हल्दी, लाल मिर्च और नमक डालें। अच्छी तरह मिलाकर उबाल आने दें।
इमली का स्वाद जोड़ें – जब सब्ज़ियां थोड़ी नरम हो जाएं, तब इमली का गूदा डालें। मध्यम आंच पर लगभग 20-25 मिनट तक पकाएं ताकि स्वाद अच्छी तरह घुल-मिल जाए।
ऐंसे परोसें – तैयार सिंधी कढ़ी को गरमा-गरम भात या सिंधी पुलाव के साथ परोसें। चाहें तो ऊपर से ताजा हरा धनिया भी छिड़क सकते हैं।
महत्वपूर्ण टिप्स – Tips

  • सब्ज़ियां उबालने से पहले उन्हें तेल में हल्का भून भी सकते हैं ताकि उनका स्वाद और बढ़ जाए।
  • इमली का गूदा तैयार करने के लिए उसे थोड़ी देर पानी में भिगोकर मसल लें।
  • स्वाद के अनुसार हरी मिर्च या करी पत्ता भी तड़के में इस्तेमाल कर सकते हैं।

विशेष – Conclusion सिंधी कढ़ी केवल एक व्यंजन नहीं, बल्कि एक परंपरा है जो पीढ़ियों से चली आ रही है। इसका खट्टा-तीखा स्वाद और सब्ज़ियों की पौष्टिकता इसे हर मौसम में खाने लायक बनाती है। अगर आप घर पर कुछ अलग और पारंपरिक ट्राई करना चाहते हैं तो यह रेसिपी ज़रूर आज़माएं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *