Site icon SHABD SANCHI

ह्वाइट टाइगर सफारी मुकुंदपुर में आया एक नया मेहमान, इसके लिए ‘जू’ को चुकानी पड़ी बड़ी कीमत

A new guest arrives in White Tiger Safari Mukundpur

A new guest arrives in White Tiger Safari Mukundpur

A new guest arrives in White Tiger Safari Mukundpur: रीवा के महाराजा मार्तण्ड सिंह जूदेव ह्वाइट टाइगर सफारी एंड जू मुकुंदपुर (Maharaja Martand Singh Judeo White Tiger Safari and Zoo Mukundpur) में एक सफेद बाघ शावक को लाया गया है। इसके लिए गांधी प्राणी उद्यान ग्वालियर के चिड़िया घर को यहां से दो सांभर दिए गए हैं, जिसके बदले इस बाघ को लाया गया है। फ़िलहाल कुछ दिनों तक इसे पशु चिकित्सा विशेषज्ञों की निगरानी में रखा जाएगा। जब वह मुकुंदपुर ज़ू के माहौल में ढल जाएगा, तब आम लोगों को देखने के लिए इसे बाड़े में रखा जाएगा। बतादें कि यह ह्वाइट टाइगर शावक पांच महीने का है। लंबी दूरी तय करने के बाद मुकुंदपुर पहुंचने के बाद इसे अभी जू के क्वारंटाइन बाड़े में रखा गया है।

बतादें कि चिड़ियाघर और सफारी दोनों ही जगह सफेद बाघों का आकर्षण रहता है। पूर्व में सफेद बाघिन और बाघ की मौत हो चुकी है, सबसे उम्रदराज और चिडियाघर की पहली वन्यप्राणी विंध्या बाघिन की मौत के बाद यहां सफ़ेद बाघों की संख्या कम हो गई थी। जिसके चलते दूर-दराज से आने वाले पर्यटक लगातार मांग उठा रहे थे कि यहाँ सफेद बाघों की संख्या बढ़ाई जाए। इसके लिए देश के कई चिडियाघरों को पत्र लिखकर ह्वाइट टाइगर की मांग की गई थी।

लंबे समय के बाद ग्वालियर में मौजूद शावक को दो वन्यप्राणियों के बदले देने पर सहमति दी। जिस पर सेंट्रल जू अथारिटी आफ इंडिया से सहमति मिलने के बाद निर्धारित प्रोटोकाल के तहत ग्वालियर से इस शावक को मुकुंदपुर लाया गया। इस सफेद बाघ शावक के बदले दो मादा सांभर गांधी प्राणी उद्यान ग्वालियर को दिए गए हैं। यह एक्सचेंज प्रोग्राम केन्द्रीय चिडियाघर प्राधिकरण से अनुमति के बाद किया गया।

Exit mobile version