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Shantanu Naidu : रतन टाटा से 55 साल छोटा दोस्त, जिन्होंने अंतिम समय तक की देखभाल।

Shantanu Naidu : देश के सबसे बड़े परोपकारी और दानवीर उद्योगपति और टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन टाटा अब हमारे बीच नहीं रहे। भले ही वे शारीरिक रूप से हमारे बीच मौजूद न हों, लेकिन देश और देशवासियों के लिए उनके द्वारा किए गए सराहनीय कार्य हमारे बीच जरूर रहेंगे। उन्हें हमेशा याद किया जाएगा। रतन टाटा के जीवन से जुड़ी कई रोचक कहानियां हैं, जिनमें से एक है उनसे 55 साल छोटे दोस्त की कहानी।

शांतनु से बिजनेस की सलाह लेते थे रतन टाटा। Shantanu Naidu

रतन टाटा भारत के ऐसे परोपकारी उद्योगपति थे, जिन्हें दुनिया सलाम करती थी। इतने बड़े परोपकारी उद्योगपति होने के बावजूद उनकी दोस्ती शांतनु नायडू नाम के एक युवक से थी, जो उनसे करीब 55 साल छोटा था। वे शांतनु से बिजनेस की सलाह लेते थे। शांतनु नायडू हमेशा रतन टाटा के सहायक बने रहे और उनकी आखिरी सांस तक उनका ख्याल रखते रहे। आइए जानते हैं उस युवक शांतनु नायडू के बारे में, जिसे रतन टाटा ने अपना दोस्त बनाया था।

शांतनु रतन टाटा के साथ साये की तरह रहते थे।

रतन टाटा के मैनेजर माने जाने वाले शांतनु नायडू उनके साथ साये की तरह रहते हैं। उनकी दोस्ती के साथ-साथ कुत्तों की देखभाल के प्रति उनके प्रयासों और अभियानों से भी दुनिया वाकिफ है। शांतनु ने अपना खुद का स्टार्टअप गुडफेलो भी शुरू किया है, जिसमें रतन टाटा ने निवेश किया है। गुडफेलो बुजुर्गों की देखभाल करता है।

शांतनु नायडू टाटा ट्रस्ट के डिप्टी जनरल मैनेजर हैं। Shantanu Naidu

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, टाटा ट्रस्ट के डिप्टी जनरल मैनेजर के तौर पर शांतनु नायडू देशभर में काफी लोकप्रिय हैं। वे एक मशहूर भारतीय बिजनेसमैन, इंजीनियर, जूनियर असिस्टेंट, डीजीएम, सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर, लेखक और उद्यमी हैं। शांतनु नायडू ने बिजनेस इंडस्ट्री में वो मुकाम हासिल किया है, जिसे हासिल करने का सपना कई लोग हमेशा देखते हैं।

शांतनु के फेसबुक पोस्ट को पढ़कर रतन टाटा काफी प्रभावित हुए।

शांतनु नायडू और रतन टाटा के जुड़ाव की भी एक दिलचस्प कहानी है। इन दोनों की दोस्ती साल 2014 में शुरू हुई थी। जानवरों के प्रति अपने प्यार के कारण इन दोनों की दोस्ती परवान चढ़ी। मुंबई में रात के समय सड़कों पर आवारा कुत्तों को वाहनों की चपेट में आने से बचाने के लिए रिफ्लेक्टिव कॉलर बनाए गए थे। इस पर शांतनु ने फेसबुक पर लंबी पोस्ट लिखी थी। शांतनु नायडू की एक फेसबुक पोस्ट पढ़ने के बाद रतन टाटा उनकी पहल से प्रभावित हुए और उन्हें अपने साथ काम करने के लिए आमंत्रित किया।

टाटा एलेक्सी डिजाइन इंजिनियर रह चुके है शांतनु। Shantanu Naidu

शांतनु ने फेसबुक पोस्ट में आवारा कुत्तों के लिए रिफ्लेक्टर से बने डॉग कॉलर के बारे में लिखा था, ताकि ड्राइवर उन्हें मुंबई की सड़कों पर देख सकें। उनके लिंक्डइन प्रोफाइल के अनुसार, शांतनु जून 2017 से टाटा ट्रस्ट के डिप्टी जनरल मैनेजर के पद पर काम कर रहे हैं। इसके अलावा शांतनु नायडू टाटा एलेक्सी में डिजाइन इंजीनियर के तौर पर भी काम कर चुके हैं।

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