Mahashivratri 2025: आज है महाशिवरात्रि; इन 4 प्रहर में करें पूजा अर्चना, करें ये मंत्र जाप
महाशिवरात्रि के दिन भक्त भगवान शिव की भक्ति में लीन रहते हैं और मंत्र जाप करते हैं।
महाशिवरात्रि में रात्रि के चारों प्रहर में रात्रि जागरण, भजन कीर्तन और रुद्राभिषेक करने का विशेष महत्व है।
रात्रि से पहले प्रहर की पूजा का समय 26 फरवरी को शाम 6:19 बजे से 9:26 बजे तक है।
रात्रि के दूसरे प्रहर की पूजा का समय 27 फरवरी को रात 9:26 बजे से 12:34 बजे तक है।
रात्रि के तीसरे प्रहर की पूजा का समय 27 फरवरी को दोपहर 12:34 बजे से 3:34 बजे तक है।
रात्रि के चौथे प्रहर की पूजा का समय 27 फरवरी को सुबह 3:41 बजे से सुबह 6:48 बजे तक है।
"ओम नमः शिवाय" और महामृत्युंजय मंत्र,
“ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
“उर्वरुकमिव बंधनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्” मंत्र का जाप करें।
महामृत्युंजय मंत्र
“ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्
आप “उर्वरुकमिव बंधनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात्” मंत्र का जाप भी कर सकते हैं।