Site icon SHABD SANCHI

‘मेक इन इंडिया’ का कमाल, अमेरिकी बाजार के 97% आईफोन का निर्माण भारत में

iPhones in the US market are ‘make in India’: भारत ने वैश्विक स्मार्टफोन निर्माण के क्षेत्र में एक बड़ा कदम उठाया है। हाल के आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका में बिकने वाले 97% आईफोन अब भारत में निर्मित किए जा रहे हैं। इस साल भारत ने ₹37 हजार करोड़ मूल्य के आईफोन अमेरिका को निर्यात किए हैं। यह उपलब्धि भारत के “मेक इन इंडिया” अभियान और प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) योजना की सफलता को दर्शाती है। हालांकि, पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एपल से आईफोन का निर्माण अमेरिका में करने की मांग की थी, जिसके जवाब में एपल ने भारत में अपनी विनिर्माण रणनीति को और मजबूत किया है।

भारत में आईफोन उत्पादन का बढ़ता दायरा

एपल ने भारत में अपने उत्पादन को तेजी से बढ़ाया है। फॉक्सकॉन, पेगाट्रॉन और टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे साझेदारों के साथ, भारत अब वैश्विक स्तर पर ऐपल के 15-18% आईफोन का उत्पादन करता है। अनुमान है कि 2025 तक यह आंकड़ा 25-30% तक पहुंच सकता है। मार्च 2025 में भारत से निर्यात किए गए 97.6% आईफोन अमेरिका को भेजे गए, जो पिछले साल की तुलना में 219% की वृद्धि दर्शाता है।

भारत ने 1.5 लाख करोड़ के आईफोन किए निर्यात

वित्त वर्ष 2025 में भारत ने $17.4 बिलियन (लगभग ₹1.5 लाख करोड़) मूल्य के आईफोन निर्यात किए, जिनमें से अधिकांश अमेरिका गए। विशेष रूप से, जनवरी-मई 2025 में फॉक्सकॉन ने भारत से $4.4 बिलियन (लगभग ₹36,520 करोड़) के आईफोन अमेरिका को निर्यात किए, जो 2024 के पूरे साल के $3.7 बिलियन से अधिक है। यह भारत के बढ़ते विनिर्माण कौशल और ऐपल की आपूर्ति श्रृंखला को चीन से विविध करने की रणनीति का परिणाम है।

ट्रम्प ने भारत में आईफोन बनाने पर जताई थी आपत्ति

पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने मई 2025 में दोहा में एक बिजनेस समिट में ऐपल के सीईओ टिम कुक से कहा था, मैं नहीं चाहता कि आप भारत में निर्माण करें। अगर आप भारत की जरूरतों को पूरा करना चाहते हैं, तो वहां बनाएं, लेकिन हम चाहते हैं कि आप अमेरिका में निर्माण करें। ट्रम्प ने यह भी धमकी दी थी कि विदेश में बने आईफोन पर 25% टैरिफ लगाया जाएगा।

अमेरिका में आईफोन निर्माण की राह आसान नहीं

हालांकि अमेरिका में आईफोन निर्माण की राह आसान नहीं है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि अमेरिका में उत्पादन से लागत 25% तक बढ़ सकती है, जिससे आईफोन की कीमत $1,500-$3,500 तक पहुंच सकती है। इसके अलावा, अमेरिका में भारत और चीन जैसी विशाल विनिर्माण अवसंरचना और कुशल श्रमिकों की कमी है। आपूर्ति श्रृंखला को अमेरिका में स्थापित करने में वर्षों और अरबों डॉलर का निवेश लगेगा।

भारत की भविष्य की रणनीति

भारत सरकार की “मेक इन इंडिया” पहल और PLI योजना ने ऐपल को भारत में निवेश के लिए प्रोत्साहित किया है। 2024-25 में भारत में $22 बिलियन मूल्य के आईफोन का उत्पादन हुआ, जो पिछले साल की तुलना में 60% अधिक है। ऐपल ने आईफोन 16 प्रो जैसे प्रीमियम मॉडल का उत्पादन भी भारत में शुरू किया है। इससे भारत में ऐपल के इकोसिस्टम में लगभग 2 लाख नौकरियां सृजित हुई हैं। ऐपल का लक्ष्य 2028 तक अपने वैश्विक आईफोन उत्पादन का 25% भारत में करना है। यह न केवल भारत की अर्थव्यवस्था को बल देगा, बल्कि वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में भारत की स्थिति को भी मजबूत करेगा।

Exit mobile version