8th Pay Commission Salary Calculator: आठवें वेतन आयोग पर टकटकी लगाए बैठे सरकारी कर्मचारियों को आज एक उदाहरण से पूरे इस मैटर को समझाने की कोशिश करते हैं. मान लीजिए कोई एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी हैं मिस्टर A उन्होंने अपनी जिंदगी के 35 साल देश की सेवा में लगा दिए.
आज अब वे अपने पे-स्केल के शिखर पर हैं. उनकी Basic Salary ₹1,51,100 है. वह अपने रिटायरमेंट की योजना बना रहे हैं, और मन में एक ही सवाल है कि जब आठवां वेतन आयोग आएगा, तो मेरे सालों के समर्पण का मुझे क्या सम्मानजनक इनाम मिलेगा.
यह कहानी किसी मिस्टर A बस की नहीं है बल्कि उन हजारों वरिष्ठ अधिकारियों की है जो देश की प्रशासनिक मशीनरी की रीढ़ की हड्डी हैं. यह सिर्फ एक पेमेंट या तंख्वाह बढ़ने भर मात्र की खबर नहीं है, यह उनके लिए एक फाइनेंशियल मील का पत्थर है. तो चलिए, आज हम मिस्टर A की सैलरी स्लिप के भविष्य में झांकते हैं और देखते हैं कि 8वें वेतन आयोग का पिटारा उनके लिए क्या खुशखबरी लेकर आ सकता है.
कैसे काम करेगा सैलरी बढ़ाने वाला ‘फिटमेंट फैक्टर’?
किसी भी वेतन आयोग की आत्मा उसका फिटमेंट फैक्टर होता है. यह एक ऐसा जादुई नंबर है, जिससे आपकी मौजूदा बेसिक सैलरी को गुणा करके नई बेसिक सैलरी तय की जाती है. हम अपनी पूरी कैलकुलेशन एक अनुमानित 1.92 गुना फिटमेंट फैक्टर को आधार मानकर करेंगे.
Basic Salary में बड़ा उछाल
सबसे बड़ा बदलाव Basic Salary में है, जो ₹1.51 लाख से बढ़कर सीधे ₹2.90 लाख हो रही है. यह लगभग 92% का उछाल है.
Basic में जुड़ेगा DA?
55% (वर्तमान) DA बेसिक में जुड़ जाएगा, इसलिए नई सैलरी में यह शून्य दिखेगा. हालांकि, ये मौजूदा स्ट्रक्चर के हिसाब से है. नए वेतन आयोग के लागू होने तक DA 61% हो सकता है.
HRA का नया गणित
भले ही HRA की दर 30% से घटकर 24% हो जाए, लेकिन बढ़ी हुई बेसिक सैलरी के कारण HRA की रकम ₹45,330 से बढ़कर ₹69,627 हो जाएगी.
In hand कितनी आएगी सैलरी
सभी कटौतियों के बाद, नेट सैलरी ₹2,10,438 से बढ़कर ₹2,58,666 हो जाएगी. यह हर महीने ₹48,228 की सीधी बढ़ोतरी है.
Conclusion: करीब दोगुनी होगी Basic-Pay
बेसिक सैलरी का लगभग दोगुना होना और नेट सैलरी का ₹2.5 लाख के मनोवैज्ञानिक आंकड़े को पार कर जाना, यह सिर्फ कुछ नंबर नहीं हैं. यह इस बात का सबूत है कि सालों की मेहनत और अनुभव का फल कितना मीठा होता है. यह उन अधिकारियों को एक ऐसा वित्तीय आत्मविश्वास देगा, जिससे वे अपने रिटायरमेंट के बाद भी एक सम्मानजनक और चिंता मुक्त जीवन जी सकेंगे. यह सिर्फ एक वेतन वृद्धि नहीं, बल्कि दशकों के समर्पण का सम्मान है.
अभी कोई भी फिटमेंट फैक्टर पर सिर्फ अनुमान लगाए जा रहे हैं. अंतिम फिटमेंट फैक्टर का फैसला सरकार द्वारा गठित वेतन आयोग ही करेगा.
पे-बैंड में अधिकतम बेसिक सैलरी का क्या मतलब है?
इसका मतलब है कि एक कर्मचारी अपने पे-लेवल में कई सालों तक काम करने और सालाना इंक्रीमेंट पाने के बाद उस लेवल की सबसे ऊपरी सैलरी सीमा पर पहुंच गया है.