8th Pay Commission latest News: 8वें वेतन आयोग के तहत कर्मचारियों और पेंशनधारियों का इंतजार खत्म होते नजर आ रहा है जी हाँ जुलाई महीने में ही आयोग के गठन में सदस्यों के नाम सामने आ जायेंगे साथ ही Pensioners को एक बड़ी राहत देने की तैयारी में सरकार लग गई है. मोदी सरकार कम्युटेड पेंशन की बहाली की अवधि 15 साल से घटाकर 12 साल करने पर विचार कर रही है. केंद्र सरकार ने पेंशनभोगियों के लिए यह नियम लागू कर देती है तो अब पेंशनभोगियों की पूरी पेंशन अब 12 साल में ही बहाल हो जाएगी.
रिटायर हुए कर्मचारियों को जल्द मिलेगी पेंशन
गौरतलब है कि, कर्मचारियों की प्रतिनिधि संस्था नेशनल काउंसिल (JCM) ने मोदी सरकार से म्युटेड पेंशन की बहाली की अवधि घटाने की मांग कर रही है. यह सरकार को दी गई चार्टर ऑफ डिमांड का हिस्सा है. अगर यह मांग मानी जाती है, तो लाखों रिटायर्ड कर्मचारियों को जल्दी पूरी पेंशन मिलनी शुरू हो जाएगी.
What is Commuted Pension (कम्युटेड पेंशन होता क्या है?):
अब बात चल रही है कम्युटेड पेंशन की तो सबसे पहले जान लीजिए की आखिर क्या है यह, जी हां आपको बताएं जब कोई सरकारी कर्मचारी रिटायर होता है, तो उसे अपनी पेंशन का एक हिस्सा एकमुश्त (लम्प सम) लेने का विकल्प मिलता है. इसे कम्युटेशन ऑफ पेंशन कहा जाता है. इसके बदले में हर महीने मिलने वाली पेंशन से एक तय राशि काट ली जाती है, ताकि सरकार उस लम्प सम रकम की भरपाई कर सके. फिलहाल ये कटौती 15 साल तक होती है, यानी 15 साल बाद ही कर्मचारी को उसकी पूरी पेंशन मिलती है.
चार्टर ऑफ डिमांड?
नेशनल काउंसिल (JCM) ने हाल ही में कैबिनेट सचिव को कर्मचारियों की प्रमुख मांगों की सूची सौंपी है. इसमें सबसे बड़ी मांग यही है, कम्युटेड पेंशन की बहाली जी हाँ जिसकी अवधि 15 साल से घटाकर 12 साल की जाए. सरकार की तरफ से संकेत मिले हैं कि यह मुद्दा 8वें वेतन आयोग के ToR (Terms of Reference) में शामिल किया जा सकता है. इससे उम्मीद और मजबूत हो गई है कि यह बदलाव वाकई लागू हो सकता है.
यह नियम लागू हुआ तो ऐसा होगा फायदा
सरकार अगर कम्युटेड पेंशन की बहाली अवधि 12 साल कर देती है, तो यह लाखों पेंशनर्स के लिए राहत की सांस होगी. भले ही 8वें वेतन आयोग की प्रक्रिया में समय लग रहा हो, लेकिन इस दिशा में उठाया गया हर कदम सरकारी सेवा दे चुके लोगों के सम्मान और हक का प्रतीक होगा. इसके अलावा, रिटायर हो रहे कर्मचारियों को पूरी पेंशन जल्द मिल जाएगी. उनको स्वतंत्र आर्थिक स्थिति में मदद मिलेगी.
8th Pay commission Current situation: 8वें वेतन आयोग की स्थिति?
फिलहाल 8वें वेतन आयोग को लेकर सरकार ने अब तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है. 7वें वेतन आयोग का कार्यकाल 31 दिसंबर 2025 को खत्म हो रहा है. परंपरा के अनुसार नया वेतन आयोग 1 जनवरी 2026 से लागू होना चाहिए. हालांकि आयोग के सदस्यों के नाम और ToR अभी तय नहीं हुए हैं. इससे संकेत मिल रहे हैं कि इसमें कुछ देरी हो सकती है. लेकिन कम्युटेड पेंशन बहाली का मुद्दा अब प्राथमिकता में आ गया है.
ToR तैयार करने के दिए निर्देश
जेसीएम ने 18 जून को कैबिनेट सचिव को पत्र भेजा था. इस पत्र में जेसीएम ने यह मांग की है कि आठवें वेतन आयोग के लिए जो ‘टर्म ऑफ रेफरेंस’ (ToR) तैयार किए गए हैं, उन्हें सर्कुलेट यानी प्रसारित किया जाए. डीओपीटी ने जेसीएम को सूचित किया था कि सरकार ने आठवें वेतन आयोग का गठन करने का निर्णय लिया है. इसके लिए ‘टर्म ऑफ रेफरेंस’ को फाइनल रूप दिया जा रहा है. डीओपीटी ने टीओआर के लिए जेसीएम से सुझाव मांगे थे.
Medical Allowances: मेडिकल अलाउंस 3,000 रुपये हो सकता है
11 मार्च 2025 को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में आयोजित SCOVA की 34वीं बैठक में पेंशनभोगियों के लिए फिक्स मेडिकल अलाउंस (FMA) को मौजूदा 1,000 रुपये से बढ़ाकर 3,000 रुपये प्रति माह करने का प्रस्ताव पारित किया गया है.
क्यों जरूरी है बढ़त
वर्तमान में मिल रही 1,000 रुपये की राशि आज की महंगाई और इलाज के बढ़ते खर्च के मुकाबले काफी अपर्याप्त मानी जा रही है. कई पेंशनभोगियों ने सरकार से इसे बढ़ाने की अपील की थी.
HRA, यात्रा भत्ता और अन्य भत्तों में संभावित बदलाव
रिपोर्ट्स के अनुसार, सरकार HRA (हाउस रेंट अलाउंस), परिवहन भत्ता और अन्य भत्तों की नई दरों और संरचना पर काम कर रही है।
मेट्रो सिटी में HRA की दरें अधिक हो सकती हैं
ग्रामीण क्षेत्रों और शहरी क्षेत्रों में तैनात कर्मचारियों के लिए TA (Travel Allowances) की गणना अलग हो सकती है.
Fitment Factor Update
गौरतलब है कि, नई वेतन संरचना (New Salary Structure) काफी हद तक फिटमेंट फैक्टर पर निर्भर करेगी. 7वें वेतन आयोग में फैक्टर 2.57 पर तय किया गया था. मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो, 8वें आयोग के लिए शुरुआती अनुमान बताते हैं कि यह 2.5 और 2.86 के बीच हो सकता है. कर्मचारी संगठनों ने 3.68 के उच्च मल्टिप्लायर के लिए दबाव डाला है.