8th Pay Commission: 6 Pay Level होंगे खत्म, सिर्फ 3 रहेंगे जानें इसके फायदे!

8th Pay Commission latest updates: 8वें वेतन आयोग को लेकर इस बार बड़ा दांव लगाया जा सकता है. जी हाँ कर्मचारियों को ना केवल अब सैलरी इंतजार है, इस बार चर्चा एक ऐसे “मास्टरस्ट्रोक” की हो रही है अगर वो चला तो लाखों कर्मचारियों की किस्मत बदल सकता है. सूत्रों की मानें तो सरकार के सामने एक ऐसा क्रांतिकारी प्रस्ताव रखा गया है जो आपके पे-लेवल के पूरे स्ट्रक्चर को ही बदलकर रख देगा.

6 पे-लेवल खत्म होकर 3 बचेंगे!

सोचिए, अगर मौजूदा 6 पे-लेवल को खत्म करके सिर्फ 3 बना दिया जाए तो क्या होगा? जी हां, यही वो बड़ा दांव है जिसकी चर्चा तेज है. इसका सीधा मतलब है कि आपकी बेसिक सैलरी (Basic Salary) में एक झटके में बंपर उछाल आ सकता है और प्रमोशन की सीढ़ियां चढ़ना पहले से कहीं ज्यादा तेज हो सकता है. तो चलिए, इस पूरे ‘लेवल मर्जर’ के मामले को आसान भाषा में समझते हैं.

लेवल मर्जर का यह क्रांतिकारी प्रस्ताव?

कर्मचारी यूनियनों और कुछ विशेषज्ञों ने सरकार को एक बेहद महत्वपूर्ण सुझाव दिया है – पे-लेवल का विलय (Merger of Pay Levels). इसका मुख्य उद्देश्य निचले और मध्य स्तर के कर्मचारियों की सैलरी और करियर ग्रोथ की धीमी रफ्तार को तेज करना है.

कैसे 6 लेवल बनेंगे 3?

प्रस्ताव यह है कि 7वें वेतन आयोग के पे-मैट्रिक्स के शुरुआती 6 लेवल्स को आपस में मर्ज करके सिर्फ 3 नए और शक्तिशाली लेवल बना दिए जाएं. यह विलय कुछ इस तरह हो सकता है:

New Level-A (प्रस्तावित): मौजूदा लेवल-1 और लेवल-2 को मिलाकर बनेगा.
New Level-B (प्रस्तावित): मौजूदा लेवल-3 और लेवल-4 को मिलाकर बनेगा.
New Level-C (प्रस्तावित): मौजूदा लेवल-5 और लेवल-6 को मिलाकर बनेगा.

बेसिक सैलरी में एकमुश्त बंपर उछाल

यह इसका सबसे बड़ा और सीधा फायदा है. जब दो लेवल मर्ज होते हैं, तो नए लेवल की शुरुआती बेसिक सैलरी हमेशा ऊंचे वाले लेवल के बराबर या उससे ज्यादा रखी जाती है. चलिए इसे एक उदाहरण से समझते हैं…..

मसलन अभी लेवल-1 की बेसिक सैलरी ₹18,000 है और लेवल-2 की ₹19,900 है. जब ये दोनों मर्ज होकर ‘नया लेवल-A’ बनेंगे, तो इस नए लेवल की शुरुआती बेसिक सैलरी कम से कम ₹19,900 या इससे भी ज्यादा (जैसे ₹21,700) हो सकती है. इसका मतलब: जो कर्मचारी आज ₹18,000 पा रहा है, उसकी बेसिक सैलरी एक झटके में ₹19,900 या उससे भी ज्यादा हो जाएगी.

Level 3-4 में भी इसी तरह

इसी तरह लेवल-3 (₹21,700) वाले को लेवल-4 (₹25,500) के बराबर और लेवल-5 (₹29,200) वाले को लेवल-6 (₹35,400) के बराबर की शुरुआती बेसिक सैलरी का फायदा मिलेगा.

प्रमोशन की सुपरफास्ट ट्रेन

अभी एक कर्मचारी को प्रमोशन के लिए कई छोटे-छोटे लेवल पार करने पड़ते हैं, जिसमें सालों लग जाते हैं. मर्जर के बाद यह रास्ता छोटा और तेज हो जाएगा. मर्ज हुए लेवल पर आपको ज्यादा जिम्मेदारी मिलेगी, जो आपके करियर प्रोफाइल को मजबूत बनाएगी.

तंख्वाह की विसंगतियां होंगी खत्म

कई बार आसपास के लेवल्स में सैलरी को लेकर थोड़ी विसंगतियां (कम-ज्यादा का अंतर) होती हैं. मर्जर से यह समस्या खत्म हो जाएगी और एक साफ-सुथरा और तार्किक सैलरी स्ट्रक्चर बनेगा.

किन कर्मचारियों को मिलेगा सबसे ज्यादा फायदा?

इस ‘मास्टरस्ट्रोक’ का सबसे ज्यादा फायदा मौजूदा लेवल-1, लेवल-3, और लेवल-5 के कर्मचारियों को मिलने की पूरी संभावना है. जब उनका लेवल ऊंचे वाले लेवल में मर्ज होगा, तो उनकी बेसिक सैलरी और स्टेटस में तुरंत एक बड़ा सुधार देखने को मिलेगा.

क्या हैं इस प्रस्ताव की चुनौतियां?

एक साथ लाखों कर्मचारियों की बेसिक सैलरी बढ़ाने से सरकार के खजाने पर बड़ा बोझ पड़ेगा. मर्ज किए गए लेवल्स में कर्मचारियों की वरिष्ठता (Seniority) कैसे तय होगी, यह एक बड़ा सवाल होगा. सरकार और 8वां वेतन आयोग इन सभी पहलुओं पर विचार करेंगे. अभी यह सिर्फ एक प्रस्ताव है. इसकी असली तस्वीर आयोग की आधिकारिक सिफारिशों के बाद ही साफ होगी.

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