8th Pay Commission Latest News: केंद्रीय कर्मचारियों की आशा है की फिटमेंट फैक्टर 2.86 के आसपास लगेगा लेकिन आज की खबर में ऐसा कुछ है जिससे कर्मचारियों में निराशा हो सकती है. गौरतलब है कि, सरकार के 33 लाख से ज्यादा कर्मचारी और 66 लाख से ज्यादा पेंशनर्स बेसब्री से 8वें वेतन आयोग के लागू होने का इंतजार कर रहे हैं.
दरअसल Kotak Institutional Equities (कोटक इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज) की एक हालिया रिपोर्ट इशारा करती है कि 8वें वेतन आयोग के लिए फिटमेंट फैक्टर 1.8 हो सकता है, जिससे असल वेतन (रियल पे) में करीब 13 पर्सेंट की बढ़ोतरी हो सकती है. यह बात इकनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट में कही गई है.
पिछले वाले यानी 7वें वेतन आयोग में कितनी सैलरी बढ़ी
Ambit Capital की पिछली रिपोर्ट में कहा गया कि दिसंबर 2025 को खत्म होने वाले मौजूदा 7वें वेतन आयोग में सैलरी में 14.3℅ की बढ़ोतरी हुई. उसके बाद अब कोटक की हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि फिटमेंट फैक्टर करीब 1.8 रह सकता है.
फिटमेंट फैक्टर
कर्मचारियों की सैलरी या पेंशन में असल बढ़ोतरी पूरी तरह से कमीशन की तरफ से रिकमंड किए गए फिटमेंट फैक्टर या मल्टीप्लायर पर निर्भर करती है. फिटमेंट फैक्टर का इस्तेमाल किसी कर्मचारी की मौजूदा बेसिक पे पर नई बेसिक पे के कैलकुलेशन के लिए किया जाता है. उदाहरण के लिए- 7वें वेतन में 2.57 फिटमेंट फैक्टर तय किया गया, जिससे केंद्र सरकार के कर्मचारियों की मंथली मिनिमम बेसिक पे 7000 रुपये से बढ़कर 18000 रुपये पहुंच गई.
रियल पे में कितनी हुई बढ़ोतरी
अब सबसे खास बात यह है कि 2.57 फिटमेंट फैक्टर का यह कतई मतलब नहीं है कि कर्मचारियों की सैलरी 2.57 गुना बढ़ जाएगी. यह फिटमेंट फैक्टर बेसिक पे पर लागू होता है और उसी में बढ़ोतरी होती है. अगर पिछले वेतन आयोगों में रियल पे में हुई बढ़ोतरी की बात करें तो दूसरे वेतन आयोग में 14.2℅, तीसरे वेतन आयोग में 20.6℅, चौथे वेतन आयोग में 27.6℅, 5वें वेतन आयोग में 31℅, 6वें वेतन आयोग में 54℅ और सातवें वेतन आयोग में 14.3℅ की बढ़ोतरी हुई है.