Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। बहराइच जिले में संचालित गैर मान्यता प्राप्त मदरसों की जांच एटीएस से कराई जाएगी। शासन ने मदरसों की जांच के संबंध में पत्र जारी किया है। जिले के 792 मदरसों में से 495 गैर मान्यता प्राप्त पाए गए हैं। इन मदरसों को कहां से फंडिंग हो रही थी, इसका पता लगाने के लिए जांच कराई जाएगी। इस संबंध में अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी ने जिलाधिकारी से बात की है। डीएम के आदेश पर आगे की कार्रवाई शुरू की जाएगी। गैर मान्यता प्राप्त मदरसों की फंडिंग की जांच के आदेश का पत्र शासन की ओर से भेजा गया है। जानकारी मिलने पर मदरसा संचालकों में हड़कंप है। उम्मीद है कि जल्द ही इन मदरसों की एटीएस से जांच कराई जाएगी।
गैर मान्यता प्राप्त मदरसे मिले। Uttar Pradesh News
बहराइच जिले की तहसीलों में इन मदरसों की जांच एसडीएम के नेतृत्व में गठित टीम ने की। जिले के महसी, पयागपुर, कैसरगंज, नानपारा और मिहींपुरवा क्षेत्र में आने वाले मदरसे भी शामिल थे। इस दौरान टीम को कई मदरसे 30 साल से ज्यादा पुराने मिले। ये सभी गैर मान्यता प्राप्त थे और चल रहे थे। इन मदरसों के फंडिंग की जांच की गई तो मदरसा संचालकों ने बताया कि यह जनता से मिले चंदे से चल रहे हैं। इसके बाद गैर मान्यता प्राप्त मदरसों की जांच एसटीएफ को सौंप दी गई। अल्पसंख्यक कल्याण विभाग की निदेशक जे. रीभा ने 21 अक्टूबर को बहराइच जिला मुख्यालय को पत्र भेजकर बताया कि एटीएस की एडीजी ने पत्र भेजकर सूची उपलब्ध करा दी है।
कोर्ट ने राज्य सरकार को लगाई फटकार Uttar Pradesh News
इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ पीठ ने बहराइच जिले में ध्वस्तीकरण नोटिस के मामले में राज्य सरकार को फटकार लगाई थी। रविवार को स्पष्ट निर्देश दिए जाने के बाद भी सरकार ने अभी तक विस्तृत जवाब दाखिल नहीं किया है, जिस पर बुधवार को राज्य सरकार को फटकार लगाई गई। पीठ ने इस बात पर नाराजगी जताई कि क्या राज्य के अधिकारी आदेश की भावना को नहीं समझ पाए। लखनऊ पीठ का मानना था कि उसने मुख्य स्थायी अधिवक्ता शैलेंद्र सिंह से सड़क पर लागू श्रेणी और मानदंडों के संबंध में सभी निर्देश प्राप्त करने को कहा था, लेकिन जनहित याचिका की पोषणीयता पर आपत्तियां उठाई जा रही हैं।
पुलिस ने सपा नेता मुन्नाबर राणा को बहराइच जाने से रोका।
इस बीच बहराइच के महाराजगंज में हुई हिंसा के बाद कस्बे में जनजीवन सामान्य होता दिख रहा है। गुरुवार को महाराजगंज जा रहीं सपा नेता और मशहूर शायर मुनव्वर राना की बेटी सुमैया राना को पुलिस ने रोक लिया। उन्हें लखनऊ हाईवे पर स्थित फखरपुर थाने की पुलिस ने रोका। वह महाराजगंज के हिंसा प्रभावित इलाकों में जा रही थीं। पुलिस द्वारा रोके जाने पर सुमैया राना ने तंज कसते हुए कहा कि अगर उस दिन (हिंसा वाले दिन) इतनी सक्रियता दिखाई होती तो हिंसा नहीं होती। सुरक्षा और जानकारी के अभाव का हवाला देते हुए पुलिस ने सुमैया को वापस भेज दिया।
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