3I/Atlas Comet: अंतरिक्ष की विशालता में कभी-कभी ऐसा क्षण आता हैं जो हमारी सोच से बेहद अलग होता है। जी हां ऐसा ही क्षण 29 अक्टूबर और 30 अक्टूबर के बीच आने वाला है जब एक रहस्यमई पिंड जिसे धूमकेतु कहा जा रहा है वह हमारे सौरमंडल में प्रवेश करेगा। बता दे इस धूमकेतु का नाम 3I/ATLAS रखा गया है। यह हमारे सौरमंडल का नहीं बल्कि इंटरस्टेलर पिंड है। सोशल मीडिया पर इस पिंड को लेकर कई प्रकार के दावे किए जा रहे हैं।

जी हां, सोशल मीडिया पर 3I/ एटलस को लेकर कहा जा रहा है कि यह धरती से टकराएगा। कुछ वीडियो में तो यह भी दिखाया जा रहा है कि इसके साथ एलियन भी आने वाले हैं। हालांकि यह सारे दावे झूठे हैं क्योंकि NASA समेत अन्य वैज्ञानिक स्रोत कह रहे हैं कि यह धूमकेतु धरती से काफी दूर से गुजरेगा और यह केवल धूमकेतु है इसका एलियन से कोई लेना-देना नहीं है।
Interstellar एक्टिविटी क्या पृथ्वी को कर देगी नष्ट?
हालांकि बता दे 3I/ATLAS में वास्तव में कई और साधारण विशेषताएं मिल रही हैं। क्योंकि यह INTERSTELLAR उत्पत्ति है। मतलब यह हमारे सौरमंडल में नहीं बना। इसमें कुछ और साधारण गैसीय गतिविधि भी नोटिस की गई है। परंतु इसका मतलब यह नहीं की यह धरती के लिए संकट बनेगा। बल्कि NASA की माने तो यह धरती के सौर कक्षा से काफी दूर से गुजर जाएगा जिसकी वजह से धरती पर कोई भी नुकसान नहीं होगा।
हालांकि कुछ वैज्ञानिकों का कहना है कि यह एक विशिष्ट खगोलीय घटना होगी। ऐसे में ऐसी गतिविधि देखना रिसर्च के फैक्टर को गति दे सकता है। और यह भी दावे किए जा रहे हैं कि इसकी वजह से भविष्य में सूक्ष्म प्रभाव हो सकते हैं जैसे कि सोलर विंड में कुछ बदलाव होगा, धूल के कण ग्रह मंडल पर पड़ेंगे या कॉमेट से निकलने वाली गैस की वजह से कुछ प्रभाव होगा।
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क्या है 3I/ ATLAS और क्यों है अन्य धूमकेतु से अलग
इस पिंड का आकार अभी तक पूरी तरह से सुनिश्चित नहीं हुआ है। परंतु इसकी न्यूक्लियस अधिकतम 5.6 किलोमीटर बताई जा रही है। साथ में यह भी बताया जा रहा है कि जब यह सूर्य के करीब पहुंचा था तब कुछ विशेष गतिविधि नोटिस की गई थी। सूर्य की ऊर्जा के कारण कुछ बर्फ और गैस के विस्फोट भी हुए थे। और इसीलिए इस धूमकेतु की पूंछ में कार्बन डाइऑक्साइड की अत्यधिक समृद्धि पाई जा रही है जो की अन्य धूमकेतु की तुलना में काफी अधिक है।
कुल मिलाकर इतना स्पष्ट है कि 3I ATLAS वास्तव में असाधारण विशेषताओं वाला कॉमेट है। परंतु यह धरती के लिए फिलहाल किसी प्रकार का कोई खतरा उत्पन्न नहीं करने वाला है। लेकिन हां इस इंटरस्टेलर पिंड के गुजरने पर कई सारे सवालों के जवाब मिलते हुए दिखाई दे रहे हैं। वैज्ञानिकों की टीम अपने अंतरिक्ष यान, दूरबीन सर्वे इत्यादि के साथ तैयार है ताकि इस 3I/ एटलस के कदम-कदम की जानकारी बटोरी जाए और यह जानकारी भविष्य में खगोल शास्त्र के अध्ययन में काम लाई जा सके।
