3 Afghan cricketers killed in Pakistani airstrike: पाकिस्तान के हवाई हमले में अफगानिस्तान के तीन क्लब क्रिकेटरों की मौत हो गई, जिससे क्षेत्र में तनाव और बढ़ गया है। यह घटना 17 अक्टूबर 2025 को पकतिया प्रांत (Paktika Province) के उर्गुन जिले में हुई, जहां पाकिस्तानी वायुसेना ने कथित तौर पर तालिबान ठिकानों पर हमला किया। अफगान क्रिकेट बोर्ड (ACB) ने इस हमले को “पाकिस्तानी शासन की कायराना कार्रवाई” करार दिया और तीनों खिलाड़ियों – अहमद शाह, फरीदुल्लाह खान और नजीबुल्लाह (Ahmad Shah, Faridullah Khan and Najibullah)– की शहादत पर शोक जताया। अफगानिस्तान के कप्तान राशिद खान (Rashid Khan) ने सोशल मीडिया पर दुख व्यक्त करते हुए इसे “नागरिकों की हत्या” बताया। इस घटना के जवाब में ACB ने अगले महीने होने वाली पाकिस्तान और श्रीलंका के साथ त्रि-राष्ट्र सीरीज (Tri-Nation Series Pullout) से हटने का फैसला लिया है।
ACB के अनुसार, तीनों क्रिकेटर उर्गुन से शराना गए थे, जहां उन्होंने एक दोस्ताना मैच खेला। वापस लौटने के बाद वे एक गैदरिंग में थे, तभी पाकिस्तानी हवाई हमले में उनकी मौत हो गई। ACB ने कहा, “यह घटना खेल समुदाय और अफगानिस्तान के लिए बड़ी क्षति है। हम शोक संतप्त परिवारों के साथ हैं।” अफगान रक्षा मंत्रालय ने दावा किया कि हमले में 8 लोग मारे गए, जिसमें ये क्रिकेटर शामिल हैं।
राशिद खान का बयान: “महिलाओं और बच्चों की हत्या शर्मनाक
अफगानिस्तान के स्टार स्पिनर राशिद खान ने X पर लिखा, “पाकिस्तानी हवाई हमले में महिलाओं, बच्चों और युवा क्रिकेटरों की मौत से मैं बेहद दुखी हूं। ये खिलाड़ी अपने देश का नाम रोशन करना चाहते थे, लेकिन उनकी जिंदगी छीन ली गई। यह शर्मनाक है।” राशिद ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से कार्रवाई की मांग की।
ACB का फैसला: ट्राई-सीरीज से हटना
ACB ने ट्राई-नेशन सीरीज से हटने की घोषणा की, जो नवंबर 2025 में होने वाली थी। बोर्ड ने कहा, “यह फैसला पीड़ितों के सम्मान में लिया गया है। हम खेल के जरिए शांति फैलाना चाहते हैं, लेकिन इस हमले ने हमें मजबूर किया।” इस कदम से पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) को झटका लग सकता है, जो पहले ही आर्थिक संकट से जूझ रहा है।
पाकिस्तानी सेना ने दावा किया कि हमला तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के ठिकानों पर हुआ, जो अफगान सीमा के पास सक्रिय हैं। सेना के प्रवक्ता ने कहा, “यह आतंकवाद के खिलाफ कार्रवाई थी, जिसमें नागरिक नुकसान दुर्भाग्यपूर्ण है।” लेकिन तालिबान ने इसे “अनुचित हमला” बताया और सीमा पर जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी।
इस घटना ने भारत-पाक-तालिबान त्रिकोण को और जटिल बना दिया है। पिछले हफ्ते ख्वाजा आसिफ (Pakistan Defence Minister) ने तालिबान हमलों को भारत का प्रॉक्सी वॉर बताया था, जिसे भारत ने खारिज किया। अफगानिस्तान ने भी भारत से समर्थन मांगा है, जो मानवीय सहायता देता रहा है। क्या यह तनाव और बढ़ेगा?
