UGC Defaulter University List 2024: विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने लोकपाल (Ombudsperson) की नियुक्त को लेकर डिफॉल्टर विश्वविद्यालयों (Defaulter University) की एक लिस्ट जारी की है। दरअसल हर विश्वविद्यालय को विश्वविद्यालय अनुदान आयोग विनियम, 2023 के अनुसार एक लोकपाल नियुक्त करना होता है। लेकिन इन विश्वविद्यालयों में लोकपाल (Ombudsperson) नियुक्त नहीं किए गए हैं। UGC ने डिफॉल्टर विश्वविद्यालयों की अपडेटेड सूची जून महीने में जारी की है। जिसमें यूजीसी ने कुल 108 राज्य विश्वविद्यालयों को शामिल किया है। इसके अलावा 47 निजी विश्वविद्यालय और दो डीम्ड विश्वविद्यालय को भी डिफॉल्टर घोषित किया है। देखें पूरी लिस्ट
मध्य प्रदेश की 16 यूनिवर्सिटी को डिफॉल्टर
मध्य प्रदेश की बात करें तो UGC ने एमपी की 16 यूनिवर्सिटी को डिफॉल्टर (16 universities of MP including MCU defaulters) बताया है। UGC द्वारा जारी की गई डिफॉल्टर विश्वविद्यालयों की सूची में मध्यप्रदेश की 7 सरकारी एवं 9 प्राइवेट यूनिवर्सिटी शामिल हैं। खास बात यह है कि डिफॉल्टर यूनिवर्सिटी की लिस्ट में माखनलाल चतुर्वेदी पत्रकारिता यूनिवर्सिटी (Makhanlal Chaturvedi University of Journalism) भी है। दरअसल यूजीसी के गाइडलाइन के मुताबिक इन विश्वविद्यालयों में लोकपाल की नियुक्ति नहीं हुई है। जिसकी वजह से इन्हे डिफॉल्टर घोषित किया गया है।
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डिफॉल्टर घोषित MP के सरकारी विश्वविद्यालय
-राजमाता विजयाराजे सिंधिया कृषि विश्वविद्यालय (Rajmata Vijaya Raje Scindia Agricultural University)
म्यूजिक एंड आर्ट्स यूनिवर्सिटी (Music and Arts University)
नानाजी देशमुख पशु चिकित्सा विज्ञान यूनिवर्सिटी (Nanaji Deshmukh University of Veterinary Sciences)
मध्य प्रदेश मेडिकल साइंस यूनिवर्सिटी (Madhya Pradesh Medical Science University)
जवाहर लाल नेहरू कृषि यूनिवर्सिटी (Jawaharlal Nehru Agricultural University)
राजीव गांधी प्रौद्योगिकी यूनिवर्सिटी (Rajiv Gandhi Technological University)
माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार यूनिवर्सिटी (Makhanlal Chaturvedi National University of Journalism and Communication)
क्या होगा असर
UGC द्वारा डिफॉल्टर घोषित होने के बाद इन तमाम विश्वविद्यालयों की छवि पर नकारात्मक असर पड़ेगा। वहीं प्लेसमेंट की बात करें तो प्लेसमेंट के लिए आने वाली कंपनियां इन्हें क्रेडिबल नहीं मानेंगी, जिससे यहां पढ़ने वाले स्टूडेंट्स का करियर प्रभावित होगा। ऐसे में यहां के विद्यार्थियों को आगे कई परेशानियों का सामना करना पड़ेगा। बतादें कि घोटालों के कारण आरजीपीवी हाल ही में पूरे मध्य प्रदेश में सुर्खियों में रही है। घोटाले के कारण आरजीपीवी के कुलपति गिरफ्तार तक हो चुके हैं।
अब जानिए क्या है लोकपाल
दरअसल, यूनिवर्सिटी लोकपाल यानी ओम्बड्समैन, विश्वविद्यालयों में नियुक्त वह व्यक्ति होता है जो छात्रों की समस्याओं को सुनकर उनका समाधान निकालते हैं। यूजीसी के निर्देश के मुताबिक, हर विश्वविद्यालय को छात्रों की समस्याओं और शिकायतों के निवारण के लिए एक लोकपाल नियुक्त करना आवश्यक है। लोकपाल के पद पर सेवानिवृत्त वाइस चांसलर, 10 सालों के अनुभव वाले सेवानिवृत्त प्रोफेसर या पूर्व जिला जज को नियुक्ति किया जा सकता है।
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