असम राइफल के एक अधिकारी ने शनिवार 30 दिसंबर को यह जानकारी दी थी. उन्होंने बताया कि मिज़ोरम में प्रवेश करने वाले म्यांमार सेना के कुछ जवान इस दौरान गंभीर रूप से घायल हो गए थे. उन्हें असम राइफल्स द्वारा प्राथमिक इलाज दिया गया है. उन्होंने बताया कि सभी जवानों को सुरक्षित रखा गया है.
म्यांमार में एक सशस्त्र जातीय समूह अराकान के हमले के बाद वहां की सेना के 151 जवान जान बचाने के लिए भाग कर भारत आए हैं. अराकान ने वहां सैन्य शिविरों पर कब्जा कर लिया, जिसके बाद ये सैनिक अपने देश से जान बचाकर भागे और मिजोरम के लांग्टलाई जिले में पहुंच गए. इन्होंने असम राइफल्स से मदद मांगी इसके बाद इन्हें सुरक्षित रखा गया है.
असम राइफल्स के एक अधिकारी ने शनिवार 30 दिसंबर को यह जानकारी दी है. उन्होंने बताया कि इन सैनिकों के बारे में विदेश मंत्रालय को जानकारी दी गई है, जिसके बाद इन्हे वापस लौटाने की प्रक्रिया शुरू की गई है.
हथियारों के साथ भागे म्यांमार के जवान
असम राइफल्स के एक अधिकारी ने बताया कि शुक्रवार 29 दिसंबर को अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास उनके शिविरों पर अराकान सेना के लड़ाकों ने कब्ज़ा कर लिया है. जिसके बाद म्यांमार सेना के जवान अपने हथियारों के साथ भाग गए और लांग्टलाई जिले के तुइसेंटलांग में असम राइफल्स के पास पहुंचे अधिकारी ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से भारतीय सीमा के पास के इलाकों में म्यांमार सेना और अराकान सेना के लड़ाकों के बीच जमकर गोलीबारी हो रही है.
गंभीर रूप से घायल हो गए थे म्यांमार के जवान
असम राइफल्स के अधिकारी ने बताया कि मिजोरम में प्रवेश करने वाले म्यांमार सेना के कुछ जवान इस दौरान गंभीर रूप से घायल हो गए थे. उन्हें असम राइफल्स द्वारा प्राथमिक इलाज दिया गया है. उन्होंने कहा कि म्यांमार सेना के जवान अब म्यांमार सीमा के पास लांग्टलाई जिले के पूर्व में असम राइफल्स की सेफ कस्टडी में हैं.
वापस भेजे जाएंगे सभी जवान
न्यूज रिपोर्ट्स के अनुसार अधिकारी ने बताया कि अराकान के हमले के बाद भारत भाग कर आए इन जवानों को सुरक्षित रखा गया है. हालांकि इन्हे जल्द उनके देश वापस भेजा जाएगा। इस बारे में विदेश मंत्रालय और म्यांमार की सैन्य सरकार के बीच बातचीत चल रही है.
बता दें कि म्यांमार में सैन्य शासन है और स्थानीय अराकान समूह के साथ लंबे समय से कई मोर्चे पर जंग चल रही है. सभी जगह अराकान के लड़ाके सैन्य शिविरों पर कब्जा करने के लिए गोलीबारी कर रहे हैं. इसे लेकर भारतीय सीमा पर भी मुस्तैदी बरती जा रही है.