एमपी। मध्यप्रदेश के तकरीबन 15 हजार डॉक्टर अपनी मांगों को लेकर 20 फरवरी से हड़ताल पर उतर आए है, हांलाकि डॉक्टर अभी संकेतिक हड़ताल कर रहे है। पहले दिन डॉक्टरों ने मेडिकल कॉलेज के बाहर कॉली पट्रटी लगाकर आवाज उठाए है। चरण बद्ध आदोलन के दूसरे दिन डॉक्टर अमानक दवाओं की होली जलाएगें। डॉक्टरों का कहना है कि शांति पूर्वक तरीके से उनकी मांगे नही मानी जाती है तो डॉक्टर आगामी समय में आंदोलन को तेज करेगे। डॉक्टरों का आंदोलन अगर तेज होता है तो एमपी में स्वास्थ सेवाओं पर सीधे असर पड़ेगा।
जायज है हमारी मांगे
हड़ताल पर उतरे डॉक्टरों का कहना है कि उनकी मांगे जायज है और कैबिनेट से उनकी मांगे भी पास हो गई है। अधिकारी लेवल पर मामला अटका हुआ है। जिसके चलते डॉक्टरों को लाभ नही मिल पा रहा है। चिकित्सा संघ के पदाधिकारियों ने बताया कि उनकी मांगों में 7वेतनमान लागू किए जाने, अमानक दवाओं को बंद करने, डॉक्टरों की सुरक्षा समेत अन्य प्रमुख बिन्दुओं पर वे अपनी मांग उठा रहे है।
एमपी के 15 हजार डॉक्टर उतरे हड़ताल पर, बाधी काली पट्रटी अब जलाएगे अमानक दवाई
