घटना के बाद परिजनों ने गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। बच्ची भी घटना से डरी हुई है. बताया गया की दोनों आरोपी पड़ोस के ही हैं. परिजनों ने की कड़ी कार्रवाई की मांग।
कहा जाता कि पड़ोसी से बैर नहीं करना चाहिए वह परेशानियों में काम आता है. लेकिन मध्यप्रदेश के जबलपुर से एक ऐसा मामला सामने आया है जो इंसानियत को शर्मशार करता है. बता दें की जबलपुर में 13 साल की बच्ची से रेप का मामला सामना आया है. पड़ोसियों ने पहले उससे दोस्ती की, फिर पोर्न वीडियो भेजे। और बाद में उसके साथ गलत हरकत की. बच्ची के परिजनों को जब यह बात पता चली तो आरोपियों ने लड़की को अकेले ही अहमदाबाद जाने वाली ट्रेन में बैठा दिया।
परिजनों ने दर्ज कराई गुमशुदगी की रिपोर्ट
11 दिसंबर को जब बेटी घर नहीं पहुंची, तो पिता उसे तलाशते हुए स्कूल पहुंचे। पता चला की दोपहर में छुट्टी के बाद बच्ची घर चली गई थी. परिजन ने 12 दिसंबर को पनागर थाने पहुंचकर गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई। पुलिस ने लड़की के मोबाइल की कॉल डिटेल और सोशल मीडिया अकाउंट खंगाला। इसमें राहुल बड़गैंया और जय दुबे का नंबर मिला। पता चला कि दोनों ही लड़की के साथ चैटिंग करते थे. दोनों ने अश्लील चैटिंग करते हुए अश्लील वीडियो और फोटो भी भेजे थे. इस आधार पर पुलिस ने बुधवार को ही आरोपी जय दुबे को गिरफ्तार कर लिया।
एक ही गांव के हैं आरोपी और लड़की
बच्ची ने बताया कि राहुल और जय दोनों मेरे गांव के ही रहने वाले हैं. उनके घर मेरे घर के आसपास हैं. इस कारण मैं उन्हें जानती थी. बाहर निकलते समय दोनों मुझ पर कमेंट किया करते थे. एक दिन बातचीत हो गई. नंबर भी एक्सचेंज कर लिए. दोनों मुझे सोशल मीडिया पर अश्लील मैसेज और वीडियो भेजने लगे. 9 दिसंबर की सुबह 7 बजे मैं रोजाना की तरह स्कूल जा रही थी. गांव के बाहर निकली, तो दोनों मिल गए. वे मुझे राहुल के वेयर हाउस में ले गए. यहां मेरे साथ गलत काम किया।
इसके बाद उन्होंने इसके बारे में किसी से न बताने की धमकी भी दी. मैं इस कदर डर गई कि घर पर किसी से कुछ नहीं बताया। इसके बाद भी वे लोग मुझसे मोबाइल पर चैटिंग करते रहे. 10 दिसंबर को जय के साथ चैटिंग करते हुए मेरी मां ने देख लिया। डर के कारण मैं कुछ भी नहीं बोल पाई. मां ने मुझे बहुत मारा।
फिर मैं 11 दिसंबर को जब स्कूल जा रही थी, तो रास्ते में जय मिल गया. मैंने जय से पूरी बात बताई और कहा कि तुम आज के बाद मुझसे बात मत करना। जय ने कहा कि हम अहमदाबाद चलते हैं. इसके बाद वह मुझे जबलपुर रेलवे स्टेशन ले गया. उसने अहमदाबाद जाने वाली ट्रेन की टिकट कटवाई और कहा कि वहां तुम्हे राहुल मिल जाएगा। फिर उसने मुझे ट्रेन में बैठा दिया।
जब 12 दिसंबर की सुबह मैं अहमदाबाद स्टेशन पहुंची तो मैंने एक अंकल से फोन लेकर राहुल को कॉल किया। लेकिन उसने मेरा कॉल रिसीव नहीं किया। वहां काफी देर तक मैं भटकती रही. फिर स्टेशन पर ही एक पुलिसकर्मी ने मुझे देख लिया। उसने मुझसे पूछताछ की, तो मैंने पूरी बात बता दी. इसके बाद अहमदाबाद पुलिस ने जबलपुर पुलिस से संपर्क किया।
परिजनों ने आरोपियों के खिलाफ की सख्त सजा की मांग
घटना के बाद बच्ची सहमी हुई है. परिवार वाले उसे घर से बाहर भी नहीं निकलने देते हैं. परिजनों ने आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है. उनका कहना है कि जय और राहुल दोनों दोस्त हैं. दोनों जयादातर साथ ही रहते हैं. राहुल का वेयर हाउस भी है. जिसमें वह आता-जाता रहता है. इस घटना के बाद पुलिस ने रेप की पुष्टि के लिए बच्ची का मेडिकल कराया। रिपोर्ट आने के बाद रेप की धारा बढ़ाई जाएगी।