12 prisoners got amnesty from Central Jail Rewa on Gandhi Jayanti: गांधी जयंती के अवसर पर रीवा सेंट्रल जेल से आजीवन कारावास की सजा काट रहे 12 बंदियों को शासन के निर्देशानुसार माफी देकर रिहा किया गया। यह कदम महात्मा गांधी के अहिंसा और सुधार के सिद्धांतों को सम्मान देने के तहत उठाया गया, जो बंदियों को समाज में पुनर्जनन का अवसर प्रदान करता है। रिहाई की प्रक्रिया सुबह औपचारिकताओं के साथ पूरी की गई, जिसके बाद बंदी अपने परिवारों के साथ लौटे।रिहा हुए बंदियों का विवरणजेल अधीक्षक एसके उपाध्याय ने बताया कि रिहा किए गए बंदियों में विभिन्न जिलों के लोग शामिल हैं। इनमें सीधी जिले के 2, शहडोल के 4, सिंगरौली के 2, अनूपपुर के 3 और उमरिया जिले का 1 बंदी है। रिहा हुए बंदियों के नाम और उनके निवास स्थल इस प्रकार हैं:
- सिंगरौली: जियालाल बसोर और रामू बसोर (ग्राम कोनी)
- सीधी: सतेन्द्र सिंह परिहार (ग्राम जमोड़ी) और राकेश द्विवेदी (ग्राम डढ़िया)
- अनूपपुर: भारत सिंह (ग्राम लपटा), बिकनू उर्फ बिकना (ग्राम हरद), देवलाल सिंह उर्फ राजकुमार (ग्राम जमुनिहा खाले टोला)
- शहडोल: रामराज गोंड़ (ग्राम छपरा टोला), ललन पाव (ग्राम हाथीबारी सेमरिहा), संतोष कुमार सिंह गोंड़ (ग्राम भुर्सी)
- उमरिया: रामनरेश बैगा (ग्राम आमगार)
शासन की पहल और प्रक्रिया
जेल अधीक्षक ने बताया कि मध्य प्रदेश शासन के निर्देशों के तहत यह माफी प्रदान की गई है। रिहाई से पहले सभी बंदियों की पृष्ठभूमि, उनके व्यवहार और सजा के दौरान सुधार की प्रक्रिया का आकलन किया गया। यह निर्णय जेल प्रशासन और राज्य सरकार की समीक्षा समिति के गहन मूल्यांकन के बाद लिया गया। उपाध्याय ने कहा, “ये बंदी अपनी सजा के दौरान अच्छे आचरण के लिए चुने गए।

