साल में दो बार होंगी 10वीं-12वीं बोर्ड परीक्षा! जिसमे ज्यादा स्कोर मिलेगा, वही फाइनल रिजल्ट होगा

नई शिक्षा निति के तहत बोर्ड परीक्षाओं के पैटर्न को बदलने जाने की कवायद शुरू हुई है. यह नया सिस्टम अगले सत्र से लागू होगा

New Education Policy: अब 10वीं-12वीं की बोर्ड परीक्षा साल में दो बार आयोजित होगी। जिस परीक्षा में छात्र ज्यादा नंबर स्कोर करेगा वही उसका फाइनल रिजल्ट कहलाएगा। नई शिक्षा निति के तहत बोर्ड परीक्षाओं के पैटर्न को बदलने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. यह नया एग्जाम सिस्टम अगले सत्र से लागू किया जाएगा।

यह निर्णय बुधवार 23 अगस्त को नई शिक्षा निति को लेकर हुई बैठक में लिया गया है. केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान के अनुसार,

नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 के तहत बोर्ड परीक्षाओं का नया ढांचा तैयार हो गया है। 2024 के शिक्षा सत्र में किताबें भी इसी के हिसाब से तैयार होंगी।

इस नए पैटर्न का मकसद है कि बच्चों का ध्यान विषयों पर बना रहे। जल्द राज्यों के बोर्ड इस बारे में निर्देश जारी कर सकते हैं। फिलहाल नई शिक्षा नीति में 2 बार बोर्ड परीक्षाएं कराने की सिफारिश जोड़कर केंद्र को भेज दी गई है। लेकिन तमिलनाडु और केरल की सरकारों ने पहले ही नई राष्ट्रीय नीति को लागू करने से मना कर दिया है। कर्नाटक भीनई शिक्षा निति को नहीं अपना रहा है.

11वीं-12वीं के छात्र दो भाषाएं सीखेंगे

नई शिक्षा निति के तहत 11वीं-12वीं के छात्र-छात्राओं को दो भाषाओं का ज्ञान मिलेगा। एक भाषा भारतीय होगी और दूसरी विदेशी। स्टूडेंट्स को अपना सब्जेक्ट चुनने की छूट रहेगी और उसमे कोई प्रतिबंध नहीं होगा।

किताबों का बोझ हल्का होगा

शिक्षा मंत्रालय ने बताया है कि शैक्षणिक सत्र 2024 के लिए किताबों में बदलाव किया जा रहा है. किताबों में अब भारी-भरकम सिलेबस नहीं होगा। इनकी कीमत भी कम की जाएगी। नया सिलेबस न्यू एजुकेशन पॉलिसी को ध्यान में रख कर बनाया जाएगा।

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