मध्य प्रदेश सरकार में मंत्रीमंडल का विस्तार: रीवा विधायक राजेंद्र शुक्ल के अलावा गौरीशंकर बिसेन का भी मिनिस्टर बनना तय है, राहुल लोधी और जालम सिंह ने नाम पर मंथन चल रहा है.
MP Mantrimandal Ka Vistar: मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 आयोजित होने में कुछ ही दिनों का समय बाकी रह गया है. इस बीच शिवराज सरकार ने बड़ा दांव खेलते हुए अपने मंत्रीमंडल का विस्तार करने का फैसला लिया है। सीएम शिवराज सिंह चौहान (MP CM Shivraj Singh Chauhan) के मंत्रिमंडल में 4 पद रिक्त थे जिन्हे अब भरा जा रहा है. हालांकि इन नए मंत्रियों को कामकाज के लिए सिर्फ डेढ़ महीने का ही वक़्त मिलेगा।
न्यूज़ रिपोर्ट्स के मुताबिक मंत्रीमंडल के विस्तार में रीवा से विधायक राजेंद्र शुक्ल और बालाघाट से विधायक एवं पिछड़ा वर्ग आयोग के अध्यक्ष गौरीशंकर बिसेन का नाम फाइनल है. बाकी दो पदों के लिए प्रीतम लोधी, राहुल लोधी और जालम सिंह को लेकर मंथन चल रहा है.
राजेंद्र शुक्ल फिर बनेंगे मंत्री
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 में बीजेपी का हारना, हैरान करने वाला था. उससे भी ज्यादा हैरानी की बात थी बीजेपी की सत्ता में वापसी के बाद भी राजेंद्र शुक्ल को मंत्री ना चुना जाना। शिवराज सरकार पर ‘देर आए दुरुस्त आए’ वाली कहावत फिट बैठती है. भले ही श्री शुक्ल को तीन साल बाद डेढ़ महीने के लिए मंत्री पद दिया जा रहा है लेकिन इससे विंध्य में बीजेपी की पकड़ और मजबूत होने की पूरी संभावना है. राजेंद्र शुक्ल मंत्री पद की शपथ लेने के लिए आज-कल में भोपाल के लिए रवाना होंगे . संभवतः 24 या 25 अगस्त को मंत्रिमंडल विस्तार की कार्रवाई पूरी हो जाएगी।
अब क्यों आई मंत्रिमंडल विस्तार की याद?
मार्च 2020 में कांग्रेस को सत्ता से हटाकर बीजेपी ने फिर से मध्य प्रदेश में सरकार बनाई। ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ कांग्रेस छोड़ बीजेपी में आए विधायकों को मंत्री पद बांटे गए. सीएम चौहान को मिलाकर मंत्रियों के कुल पद 35 हैं और इन तीन सालों में 4 मंत्रियों के पद खाली पड़े रहे. DB की रिपोर्ट की मानें तो जब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का एमपी आना हुआ था तब प्रदेश चुनाव प्रभारी भूपेंद्र यादव ने उन्हें मंत्रिमंडल के खाली 4 पदों को लेकर फीडबैक दिया था. कहा गया कि एमपी में मंत्री मंडल का विस्तार ना होने से कई बड़े नेता नाराज चल रहे हैं. जिसके बाद तत्काल मंत्रिमंडल विस्तार करने के निर्देश दिए गए.
सीएम चौहान ने मंत्रीमंडल विस्तार को लेकर मंगलवार शाम गवर्नर मंगुभाई पटेल से मुलाकात भी की थी. कहा जा रहा है कि अगले एक-दो दिन में नए मंत्री शपथ ले सकते हैं. भारतीय जनता पार्टी इस विस्तार से चुनाव के पहले नेताओं की सरकार के प्रति नाराजगी को ख़त्म करना चाहती है. साथ ही राज्य में जातिगत समीकरण के साथ क्षेत्रीय संतुलन साधना चाहती है.