Legal awareness camp organized in Bal Bhavan: प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश राकेश मोहन प्रधान के मार्गदर्शन में बाल भवन रीवा मे नालसा बाल मैत्रीपूर्ण विधिक सेवा योजना एवं नालसा वाणिज्यिक एवं र्दुव्यवहार से पीड़ितो हेतु एवं नशा उन्मूलन हेतु विधिक सेवा योजना के अंतर्गत विधिक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
मुख्य अतिथि जिला न्यायाधीश सुधीर सिंह राठौड ने नशे के घातक परिणामों पर प्रकाश डालते हुए कहा कि नशा व्यक्ति की सोचने समझने की शक्ति को ही नहीं बल्कि उसके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को भी बुरी तरह प्रभावित करता है। यह सिर्फ व्यक्ति को ही नहीं बल्कि उसके पूरे परिवार और समाज से भी अलग-थलग कर देता है। बच्चों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि नशा अक्सर अपराध की ओर ले जाता है। इसलिए यदि हम एक स्वस्थ शरीर, मजबूत समाज और उज्जवल भविष्य की कल्पना करते हैं, तो नशे से दूर रहना ही सबसे बुद्धिमानी है। उन्होंने यह भी बताया कि नशा और अपराध के बीच गहरा संबंध है, और इससे दूर रहकर ही हम एक सुरक्षित और सभ्य समाज की स्थापना कर सकते हैं।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव समीर कुमार मिश्र ने अपने संबोधन में किशोर न्याय बोर्ड और पॉक्सो एक्ट से संबंधित महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि किशोर न्याय बोर्ड का उद्देश्य बच्चों द्वारा की गई किसी भी विधि विरुद्ध गतिविधि के मामलों को न्यायसंगत और सहानुभूतिपूर्वक तरीके से सुलझाना होता है। यह बोर्ड यह सुनिश्चित करता है कि बच्चों को सुधार की दिशा में अवसर मिले, न कि उन्हें अपराधी समझकर दंडित किया जाए। जिला विधिक सहायता अधिकारी अभय कुमार मिश्रा ने अपने संबोधन में नालसा और सालसा द्वारा संचालित जनकल्याणकारी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इन संस्थाओं का मुख्य उद्देश्य समाज के कमजोर, वंचित और ज़रूरतमंद वर्गों को न्याय तक समान पहुंच सुनिश्चित कराना है। मिश्रा ने बताया कि नालसा और सालसा के माध्यम से ऐसे लोग जिन्हें आर्थिक या सामाजिक कारणों से न्याय प्राप्त करना कठिन होता है, जैसे गरीब, वृद्ध, महिलाएं, बच्चे, विकलांगजन, अनुसूचित जाति-जनजाति के लोगक, उन्हें पूरी तरह से निःशुल्क विधिक सहायता उपलब्ध कराई जाती है। इसमें वकील की सुविधाए कानूनी सलाह, मुकदमों की पैरवी और न्यायालयीन शुल्क की छूट जैसी सेवाएं शामिल हैं। इस अवसर पर बालभवन की संचालिका आरती चतुर्वेदी और शिक्षिका वर्षा गुप्ता, शिक्षक रामश्रय पटेल सहित एवं बालभवन के बच्चे उपस्थित रहे।