Shaheen made serious allegations against Aishbagh police station: राजधानी भोपाल से इस वक्त की बड़ी खबर आ रही है। मध्य प्रदेश प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव के पास गृह विभाग होने के बावजूद भी पुलिस विभाग में खौफ और डर नहीं है। पुलिस महकमा बेधड़क जुआ-सट्टा का कारोबार करने वालों के साथ सनलिप्त है। यह बात हम नहीं कह रहे हैं, राजधानी भोपाल के थाना ऐशबाग थाना पर शाहीन नाम की महिला ने आरोप लगाया है कि, पहले हमें सट्टे के कारोबार में पुलिस के द्वारा लाया गया इसके पश्चात जब हमने कहा हमारे पास रुपए नहीं है तो उन्होंने उधारी में हमें 50 हजार स्टांप पेपर पर लिखा पड़ी करके दिलवाया।
इसके बाद पूरे थाने को एक हफ्ते में डेढ़ लाख रुपए की राशि दी जाती थी। कई वर्षों तक इस कार्य के अंदर हम लिफ्त रहे। जब थाना ऐशबाग पुलिस कर्मचारियों के द्वारा अधिक राशि की मांग की गई तब हमने इस कार्य को बंद करने का आग्रह किया। लेकिन उन्होंने मेरे पति फरहान को झूठे प्रकरण एनडीपीएस एक्ट में फंसा कर हवालात में पहुंचा दिया। जिसकी शिकायत महिला ने राजधानी भोपाल के कई वरिष्ठ अधिकारियों से की। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
यह मामला तो राजधानी का है, ऐसे में अंदाजा लगा सकते हैं कि प्रदेश की दूर दराज के क्षेत्र में किस प्रकार की घटनाएं पुलिस घटित करती होगी और किस प्रकार से निर्दोष व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई करके उन पर जुल्म करने का कार्य कर रही है।